पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । जिले के मांडलगढ़ में कंजर समाज आक्रोशित है। समाज ने नगर पालिका चेयरमैन संजय डांगी पर मिलीभगत और राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर कंजर बस्ती में विधि विरुद्ध तरीके से मकान ध्वस्त करने का आरोप लगाया है। इस कार्रवाई के विरोध में समाजजजनों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। राजस्थान कंजर समाज महापंचायत संस्थान की ओर से मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि मांडलगढ़ नगर पालिका चेयरमैन संजय डांगी और उनके सहयोगियों ने कंजर बस्ती स्थित बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की है। समाज का कहना है कि कंजर बस्ती में लोग 1947 से पहले से निवास कर रहे हैं और उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा बापी पट्टे भी जारी किए गए थे। इसके बावजूद, चेयरमैन और उनके साथियों ने मिलीभगत कर और अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर इन पट्टों को अवैध बताकर मकानों को ध्वस्त कर दिया। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि बिना किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन किए और बिना समाज के लोगों को सुनवाई का मौका दिए जेसीबी से मकानों को तोड़ दिया गया।
लोगों को खाने-पीने, कपड़े और जरूरी सामान तक निकालने का अवसर नहीं दिया गया और उन्हें बेघर कर दिया गया। करीब 50 से अधिक मकानों में से 4 को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया, जबकि कुछ मकानों पर उच्च न्यायालय द्वारा अंतरिम स्थगन आदेश भी जारी था, जिसे एसडीएम और पुलिस प्रशासन से छिपाकर एक तरफा कार्रवाई की गई। ज्ञापन में राजस्थान सरकार से मांग की गई है कि मांडलगढ़ नगर पालिका चेयरमैन संजय डांगी को तुरंत हटाया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही, कंजर समाज के लोगों को उनके मकानों का मुआवजा दिया जाए और उन्हें उसी भूमि पर 10 दिन के भीतर बसाया जाए। कंजर समाज ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो वे अग्रिम रणनीति के तहत आंदोलन करने ओर सड़को पर उतरने को मजबूर होंगे।जिसकी समस्त जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी।