Kanpur businessman’s son murdered
– मांगी गई थी 30 लाख की फिरौती, प्रेमी के साथ घर बसाने के लिए पैसों के लालच में दिया घटना को अंजाम
सुनील बाजपेई
कानपुर । स्मार्ट हलचल/यहां 30 लाख रुपए फिरौती की मांग नहीं पूरी करने पर कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 16 वर्षीय अपहृत बेटे कुशाग्र कनोडिया की हत्या कर दी गई। घटना में रायपुरवा पुलिस ने कुशाग्र का शव फजलगंज थाना क्षेत्र से बरामद करते हुए ट्यूशन पढ़ाने वाली महिला शिक्षिका और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है।
घटना के बारे में यह भी अवगत कराते चलें कि अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। फिरौती न मिलने पर ही उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार कुशाग्र बीते सोमवार दोपहर बाद 4:00 बजे से लापता था। रात 9:00 बजे 30 लाख रुपए फिरौती के लिए पत्र आने के बाद परिवार को अपहरण की जानकारी मिली। रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर निवासी कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया का 16 वर्षीय बेटा कुशाग्र कनोडिया जयपुरिया स्कूल से हाई स्कूल की पढ़ाई कर रहा था।
वह सोमवार दोपहर 4:00 बजे ट्यूशन के लिए घर से निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा। परिवार वाले उसकी तलाश कर ही रहे थे की रात करीब 9:00 बजे स्कूटी सवार युवक ने घर पर फिरौती का पत्र डालकर फरार हुआ तो परिवार को अपहरण की जानकारी मिली। पुलिस ने बताया कि अपहरण कर्ताओं ने कारोबारी के परिवार से 30 लाख की फिरौती मांगी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
इस बार में पुलिस प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद फजलगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती को हिरासत में लिया। यह युवती कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ती थी। इसके साथ ही दो अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। पूरी रात पूछताछ के बाद सामने आया कि इन तीनों ने मिलकर कुशाग्र की हत्या कर दी है। सबको फजलगंज थाना क्षेत्र में ही फेंका गया है। आरोपितों की जानकारी के आधार पर पुलिस ने आज मंगलवार की सुबह फजलगंज थाना क्षेत्र से ही शव बरामद कर लिया। इंस्पेक्टर रायपुर वह अर्चना गौतम के मुताबिक महिला शिक्षिका ने अपने पुरुष मित्र के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। दोनों घर बसाना चाहते थे और इसके लिए रुपयो का इंतजाम करने के लिए उन्होंने कुशाग्र का अपहरण किया।