पूरन चंद शर्मा
स्मार्ट हलचल/बैंगलोर के अतुल सुसाइड केस से पूरे देश की रूह कांप गई है लेकिन अभी भी इस तरह की घटनाएं रुक नहीं रही हैं।महिलाओं को संरक्षण देने वाली धारा 498A के बढ़ते दुरुपयोग से निराशा पुरुष अब स्वयं का जीवन समाप्त करने लगे हैं। इन प्रकरणों के चलते समाज में चिंता की लकीर भी झलकने लगी है । विवाहित महिलाओं द्वारा पुरुषों एवं उनके परिजनों को प्रताड़ित करने की घटनाओं में बेहिसाब वृद्धि हो रही हैl
विवाहित महिलाओं द्वारा 498 A का दुरुपयोग किए जाने पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चिन्ता जाहिर की है। बैंगलोर के अतुल सुसाइड काण्ड ने तो पूरे देश को झकझोर दिया है।
अतुल के बाद अब एक और इंजीनियर शुभम व्यास ने मौत को गले लगा लिया है ।
जयपुर के महेश नगर थाना इलाके में बीते शनिवार को हेल्थ हॉस्पिटल के पीछे इंजीनियर शुभम व्यास ने पंखे से फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक के जीजा ने गेट नहीं खुलने पर उसे तोड़ दिया। गेट टूटने पर इंजीनियर फंदे पर लटका मिला। परिजनों ने शव को पंखे से नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। तीस वर्षीय मृतक शुभम व्यास मूलतः करौली का रहने वाला है और जयपुर के महेश नगर स्थित हेल्थ हॉस्पिटल के पीछे किराए से रहता था।
एसआई मुकेश मीणा ने बताया कि सेक्रेटेरिएट में कार्यरत इंजीनियर शुभम व्यास ने पंखे से फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतक के जीजा सत्येंद्र पराशर ने रिपोर्ट में आरोप लगाए हैं कि शुभम की सास और पत्नी काफी समय से उसे लगातार परेशान कर रहे थे। एक साल पहले ही शुभम की शादी हुई थी। कुछ माह रहने के बाद शुभम की पत्नी पीहर चली गई। आए दिन वे लोग शुभम को परिवार समेत झूठे केस में फंसाने की धमकी देते थे। तब से वह लगातार परेशान चल रहा था। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
पांच बहनों का इकलौता भाई
मृतक के जीजा सत्येंद्र ने बताया कि शुभम अपनी पांच बहनों का इकलौता भाई था। कुछ दिन पहले शुभम ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि उसे उसकी सास और पत्नी झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही हैं। इस पर वे उससे बात करने जयपुर पहुंचे। जयपुर पहुंचकर उन्होंने जब शुभम को फोन किया तो फोन बंद आया तब उसके कमरे पर जाकर देखा तो शुभम फांसी के फंदे पर लटका था। शुभम की पत्नी कोटा में फिजियोथैरेपिस्ट की जॉब करती है।
शुभम के परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया है कि महुआ (राजस्थान) निवासी दिव्या शर्मा (मृतक शुभम की पत्नी) एवं दिव्या की माँ ललिता शर्मा द्वारा शादी के बाद से ही लगातार शुभम एवं उसके परिजनों को प्रताड़ित किया जा रहा था। दीपावली पर दिव्या अपनी ससुराल आयी थी लेकिन तब वह पूजा किए बिना सोने के गहने ले कर अपने मायके वापस लौट गयी थी।
परिजनों का आरोप है कि ऐसी क्या परिस्थितियां थीं कि दिव्या को दिवाली के दिन ही अपनी माँ के पास महुआ जाना पड़ा? क्या दिव्या अपनी माँ के कहने पर लक्ष्मी पूजन किए बिना अपने पीहर महुआ चली गई?
शुभम के परिवार वालों का यह भी आरोप है कि शुभम को यह डर सता रहा था कि उसके ससुराल वाले भविष्य में उसके विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई करके उसके परिजनों के लिए परेशानियां खड़ी कर देगें । इसलिए उसने बैंगलोर के अतुल जैसे ही अपने आप को ही समाप्त कर दिया और मौत को गले लगा लिया l
उल्लेखनीय है कि शुभम एवं दिव्या की शादी 16 जनवरी 2024 को हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही वह अपने पति से अलग रहने लगी । शुभम के परिजनों ने आरोप लगाया है कि दिव्या एवं उसकी माँ ललिता शर्मा करौली के पुस्तैनी मकान को बेचने के लिए भी शुभम पर दबाब डालती थीं। वे शुभम एवं उनके परिजनों को केस में फंसाने की धमकी देती रहती थी,सीधा-साधा शुभम इनके अमानवीय व्यवहार से परेशान रहने लगा और अंततःहताश हो कर 14 दिसम्बर की रात को उसने जयपुर में आत्महत्या कर ली। परिजनों ने जयपुर के महेश नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है