करेडा। राजेश कोठारी
राजस्थान सरकार ने शुक्रवार को राज्य के सभी जिलों में पंचायत पुनर्गठन और नई पंचायतें बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है। इस निर्णय से पंचायत समितियों की लगभग हर पंचायत की सीमाओं में बदलाव हुआ है।
जारी अधिसूचना के अनुसार करेड़ा पंचायत समिति में थाणा धापड़ा, शिवपुर, गाजुणा, किड़ीमाल, नारेली,चानसेन, ज्ञानगढ़, मोटा का खेड़ा, गोरधनपुरा, सुलिया, चिंताम्बा , धुवाला, दंतेड़ी, गोरख्या,उदयरामजी का गुढ़ा, डोड खेड़ा, भभाणा, अलगवास, सेहनुन्दा, बढ्ढु, आमलदा , चांदरास, दहीमथा, जालमपुरा, करेड़ा, निंबाहेड़ा जाटान, भैरूखेड़ा उर्फ तख्तपुरा, चिल्लेश्वर, उमरी, रामपुरिया, डेलास, चावंडिया, गोपालपुरा,बेमाली, लादूवास, गराडीया, गोविंदपुरा ग्राम पंचायते है।
राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित ये नई पंचायत सीमाएं आगामी पंचायत चुनावों के बाद प्रभावी होंगी। चुनाव संपन्न होने के उपरांत पुरानी पंचायतें स्वतः समाप्त हो जाएंगी और नवगठित पंचायतें अपनी जिम्मेदारियां संभालेंगी।
नई पंचायतें बनने से जनता को सुविधा होगी। लोगों को पंचायत मुख्यालय जाने के लिए कई किलोमीटर की दूरी तय करनी होती थी। लोगों को राशन लेने, सरकारी दस्तावेज बनवाने और सरपंच, ग्राम कई सचिव से जुड़े काम करवाने के लिए पंचायत मुख्यालय आना होता है। एक पंचायत में तीन से चार गांव होने के कारण मुख्यालय आने के लिए किलोमीटर का सफर तय करना होता था। इसमें समय ज्यादा लगता था। अब नई पंचायतें बनाने के कारण इलाका कम होने से लोगों को सुविधा होगी।
नई पंचायतें बनने से ग्राम सचिव, पटवारी, पंचायत सहायकों के पद बढ़ेंगे। जितनी नई पंचायतें बनी हैं, उतने ही ग्राम सचिव, ग्राम सहायक और सहायक कर्मचारी लगेंगे। इससे शिक्षित बेरोजगारों के लिए भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आगे निकलने वालीभर्तियों में भी इन पंचायतों के हिसाब से नियुक्तियां करने के लिए पद बढ़ाए जाएंगे।
खुशी की लहर
पंचायत समिति क्षेत्र मे न ई ग्राम पंचायते बनने से ग्रामीणों मे खुशी देखने को मिल रही है । ग्रामीणों का कहना है कि इससे सरकारी काम करने में आसानी रहेगी ।


