पंकज आडवाणी
भीलवाड़ा। शहर की कृषि उपज मंडी में बुधवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें अवैध रूप से बने सेफ्टी टैंक में गिरने से 7 वर्षीय मासूम हरदीप राजपूत पिता बबलू राजपूत की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर मौजूद मजदूरों में अफरा–तफरी मच गई और देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग मंडी में जमा हो गए।
मौके पर उपस्थित मजदूरों ने आरोप लगाया कि सुलभ कॉम्प्लेक्स की बाउंड्री के पास यह सेफ्टी टैंक अवैध रूप से बनाया गया था, जिसके ऊपर ढक्कन भी नहीं लगा था। खेलते–खेलते मासूम पास पहुंचा और गहरे अवैध गड्ढे में गिर गया। वहीं पास में एक बिल्डिंग पर मजदूर कार्य कर रहा था उसकी नजर पड़ने पर तुरंत उसने साहस दिखाते हुए टेंक में खुद गया और 7 वर्षीय बालक को बाहर निकाला और जिला महात्मा गाँधी अस्पताल लें जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक बालक के परिजन मंडी क्षेत्र में ही दुकान पर मजदूरी का कार्य करते हैं।
हादसे ने मंडी प्रशासन और स्थानीय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मजदूरों ने आरोप लगाया कि अवैध टैंक की जानकारी कई बार अधिकारियों व सार्वजनिक सोचालय के ठेकेदार राजेंद्र कांलिया को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। घटना के बाद गुस्साए लोग जमा होकर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग करने लगे।
जबकि बालक के परिजनों का रो–रोकर बुरा हाल है। इस दर्दनाक लापरवाही ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी कौन लेगा?
क़ृषि उपज मंडी में कार्यरत मजदूर यूनियन ने मिलकर जिला महात्मा गांधी अस्पताल में व कृषि उपज मंडी गेट नंबर 1 पर विरोध प्रदर्शन किया।



