भीलवाड़ा । जिले की मांडल तहसील के केरिया गांव में शमशान घाट के हालात इन दिनों कुछ ठीक नही है । श्मशान की दयनीय स्थिति विकास के दावों की पोल खोलती हुई नजर आ रही है । स्थानीय ग्रामीणों का कहना है की श्मशान की दुर्दशा पंचायत प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है पिछले पांच वर्षो में घाट पर विकास अथवा सार संभाल के नाम पर एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ है । श्मशान घाट में उगे कांटेदार पेड़ और कंटीली झाड़ियां अंतिम संस्कार करने हेतु आने वाले लोगो के लिए परेशानी खड़ी कर रहे है । श्मशान के अंदर जहां दाह संस्कार होता है वहां बिना चप्पल के नही जा सकते है । यानी आमजन तो परेशान है ही लेकिन दिवंगत के लिए भी अंतिम सफर कठिन हो रहा है । केरिया ग्राम पंचायत को चाहिए की इस और ध्यान केंद्रित कर श्मशान का विकास करे वहां सुविधाएं उपलब्ध करवाए जिससे ग्रामीणों को सुगमता मिले । अगर आप श्मशान में प्रवेश कर रहे है तो आपका स्वागत कांटेदार पेड़ और कटिली झाड़ियां करेंगे । मार्ग में लगे सीमेंट के ब्लॉक भी कई जगह से उधड़ गए है ।


