अगेती फसलों में 40% व पिछेती फसलों में 60 प्रतिशत तक खराबा पाया गया
शाहपुरा(किशन वैष्णव)क्षेत्र के खामोर में किसानों की चने की फसलों रोग लगने से फसले नष्ट हो गई।जिससे किसान चिंतित हैं।फसलों में झुलसा रोग लगने से डंठल सड़ने लग गए,फल झड़कर नष्ट हो गए जिससे किसानों को इस बार भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।किसानों की चिंता पर स्मार्ट हलचल ने किसान चिंतित हैं कई किसानों की 60 प्रतिशत फसल नष्ट होने की खबर 8 मार्च को प्रमुखता से प्रकाशित की थी।जिसके बाद जिले व कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर कृषि विभाग के सहायक निदेशक डॉ:प्रकाश चंद खटीक ने किसानों की समस्या को प्रभावी लेते हुए,शनिवार सुबह सहायक कृषि अधिकारी प्रवीन जावलिया व वरिष्ठ कृषि प्रवेक्षक दुर्गा शंकर बैरवा ने समाजसेवी बलवंत सिंह राठौड़ व कृषक शंभू लाल दरोगा,गोपाल गुगड़,छोटू लाल जाट,जगदीश जाट,मुकेश गुर्जर,हीरा लाल गुर्जर,भागचंद रैगर के साथ दर्जनों खेतो में चने की फसलों का मौका मुआयना किया।सहायक कृषि अधिकारी प्रवीन जावलिया ने बताया की निरक्षण के दौरान चने की फसल में उखटा रोग होना पाया गया।जिसमे अगेती फसल में 40 प्रतिशत व पिछेती फसल में 60 प्रतिशत तक खराबा पाया गया।निरक्षण के दौरान सहायक कृषि अधिकारी जावलीय पाया की अधिकतर उखटा रोग लगने से फसल झुलस गई तथा पौधे में बीज की उत्पत्ति नही पाई गई।पौधा पूरा सुख कर झुलस गया डंठल सड़ने से फसल उन्नति नही कर पाई जिससे किसानों को नुकसान हुआ है।साथ ही एएओ प्रवीन जावलिया व कृषि पर्वेक्षक दुर्गा शंकर बैरवा ने किसानों को उखटा रोग के नियंत्रण ट्राईकोडर्मी से बिजोपचार व प्रतिरोधी किस्मों के बारे में बताया।कृषि प्रवेक्षक दुर्गा शंकर बैरवा ने मृदा जनित रोग जो फसलों में फफूंद लगने के कारण होता है इसमें गर्मी में गहरी जुताई व फसल चक्र अपनाने की सलाह दी गई।वही किसानों ने फसल खराबे को लेकर आपबीती सुनाई,किसान गोपाल गुगड़ ने अधिकारियों को अवगत कराया की एकमुष्ठ 50 बीघा चने की फसल में किसानों को काफी हद तक नुकसान हुआ है वही समाजसेवी बलवंत सिंह ने अधिकारियों से वार्ता में कहा की किसान देश की रीड की हड्डी है किसानों को फसल खराबे का उचित फायदा मिलना चाहिए।