खटवाड़ा -कस्बे के ग्रामीणों ने मंगलवार को बीगोद थाना अधिकारी व दो कांस्टेबल के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर सस्पेंड करने की मांग की है। ग्राम वासियों ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि पुलिस बद्री माफियाओं से साठ-गांठ करके निर्दोष ग्रामीणों को डराया धमकाया जाता है और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जाती है।
विवाद की वजह-गांव में संचालित मां अचबली गौशाला सेवा समिति के सदस्य गांव में चंदा इकट्ठा कर रहे थे उस समय मौके पर बिगोद पुलिस का आना हुवा मौके पर मौजूद समिति सदस्यों से गौशाला की रसीद छीन ली थी ।
विवाद असली वजह–क्षेत्र में कई सालों बजरी की एक भी बनास नदी में लीज नहीं है । पुलिस और बजरी माफिया जनप्रतिनिधि साठ- गांठ करके बनास नदी से निरंतर बजरी भर रहे हैं। मां अचबली गौशाला समिति के सदस्य ग्राम वासियों की सहमति से बजरी माफियाओं से चंदा लेना चाह रहे थे विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि बजरी माफियाओं ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तब जाकर पुलिस मौके पर पहुंची और विवाद गहरा गया। बजरी माफिया रात होते ही नदी में जेसीबी मशीनों उतार देते हैं पूरी रात नदी में अंधाधुन अवैध खनन बिना रोक-टोक चलता रहता है क्षेत्र में ऐसे आधा दर्जन माफिया सक्रिय समय रहते इन बजरी माफियाओं पर नकेल नहीं कसी गई तो किसी दिन ग्रामीण उग्र हो जाएंगे ग्रामीणों ने तत्काल अवैध बजरी परिवहन पर रोक लगाने की मांग की है। ग्रामीण जिला पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई तुरंत की जाए।


