करेड़ा। राजेश कोठारी
खेल की ये कैसी लत लगी … ? जिसमें युवा करोड़पति के चक्कर में कंगाल हो रहे हैं। ज़ी हां ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है ड्रीम 11 में जिसने शहर तो शहर गांवों में भी अपने पैर पसार लिए और युवाओं को अपने जाल में ऐसे फंसा लिया मानो ये युवा रातों रात करोड़पति बन जायेंगे। अब ये खेल दिनों दिन खतरनाक होता जा रहा है। समय रहते रोक लगानी होगी या फिर कोई समाधान ढूंढना होगा। अन्यथा वित्तीय जोखिम के साथ मानसिक बिमारी का कारण बन जायेगा। ये ड्रीम 11 युवाओं के लिए ऐसा खेल हो गया है कि जो 39 व 59 रुपए में रातों रात युवाओं को करोड़पति बनने का सपना दिखा रहा है। कभी जीतने पर एक करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं। इसी चक्कर में बडी संख्या में युवाओं को इस गेम की लत लगी हुई है। जो अपने मेहनत की कमाई को यूं ही बर्बाद करने मे लगे हुए हैं। इतना ही नहीं इस गेम का विज्ञापन बड़े बड़े सितारे प्रचार प्रसार करते हैं और इसके अंत में जरूर बोलते हैं कि इसमें वित्तीय जोखिम है और इसकी लत लग सकती है। लेकिन फिर भी युवा नहीं मान रहे हैं और अब तो युवा एक दो दिन 10 से 15 टीमें लगा कर करोड़पति बनने की फिराक में रहते हैं। इतना ही नहीं कई युवाओं को यह कहते भी सुना है कि कोई बात नहीं गए तो 59 रुपए ही लेकिन इन युवाओं को कौन समझाए कि जो रूपए गए वो तो मुफ्त में गए। क्यों कि सामने वाले ने तो पहले ही बोल दिया की ये वित्तीय जोखिम है । लेकिन आपने उसको अनसुना कर दिया करोड़पति के चक्कर में। इस गेम में अब युवा ही नहीं बुद्धिजीवी भी पिछे नहीं है जो रोजाना इस गेम में रुपए लगा रहे हैं।
इस गेम को लेकर युवाओ में सबसे ज्यादा चिड़चिड़ापन देखा जा सकता है जो नशे की भांति युवाओं के मानसिक संतुलन को खोखला कर रहा है।
इतना ही नहीं इस गेम को लेकर कुछ लोग इसे सही मानते हैं तो कुछ लोग इसे आधुनिक युग के जुए की संज्ञा बताया।