धौलपुर.स्मार्ट हलचल/अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के आव्हान पर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों ने खेमराज कमेटी की रिपोर्ट का विरोध करते हुए जिला कलेक्ट्रेट धौलपुर से रैली निकाली और जिला कलेक्ट्रेट मैदान पर कमेटी की रिपोर्ट की होली जलाई। महासंघ (एकीकृत) के चन्द्रभान चौधरी ने बताया की वेतन विसंगतियों के निराकरण के लिए खेमराज चौधरी की अध्यक्षता में बनी वेतन विसंगति परीक्षण समिति ने सरकार के इशारे पर कर्मचारियों को धोखा दिया है और कमेटी के नाम पर लाखों रुपए और कर्मचारियों का बेशकीमती समय बर्बाद किया है। गौरतलब है की राज्य सरकार ने वेतन विसंगतियों के निराकरण के लिए 3 नवंबर 2017 को श्री डी. सी. सामंत की अध्यक्षता में वेतन विसंगति निवारण समिति बनाई थी। जिसकी रिपोर्ट सरकार ने सार्वजनिक नहीं की। इसके बाद 5 अगस्त 2021 को खेमराज चौधरी की अध्यक्षता में वेतन विसंगति परीक्षण समिति बनाई। जिसकी रिपोर्ट सरकार ने 23 जनवरी 2025 को सार्वजनिक की है। राठौड़ ने कहा कि खेमराज कमेटी की रिपोर्ट में जहां कर्मचारियों की वाजिव वेतन विसंगतियों की उपेक्षा की गई है, वहीं 9, 18 व 27 वर्ष की एसीपी के स्थान पर 8, 16, 24 व 32 वर्ष पर एसीपी देने के भाजपा सरकार के पूर्व निर्णय की भी क्रियान्वित्ती नहीं की है। इससे प्रदेश के सभी राज्य कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। मनीष पहाड़िया ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कर्मचारियों की मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो कर्मचारी महासंघ प्रदेशव्यापी आंदोलन की घोषणा करेगा।मनोज पोसवाल ने बताया की 8 फरवरी को विभागों में संपर्क सभाएं आयोजित की जाएंगी।जिला महामंत्री योगेश पाण्डेय ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग की है कि बजट- 2025 में कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों के निराकरण के लिए एक उच्च स्तरीय मंत्रिमंडलीय समिति के गठन की घोषणा की जाए जो कर्मचारी संगठनों से वार्ता कर त्वरित गति से वेतन विसंगतियों का निराकरण करे। इस दौरान कर्मचारी नेता योगेश पाण्डेय, मनोज पोसवाल, मुकेश मीणा,गंगाराम गुर्जर, मनीष पहाड़िया,चोल सिंह, विकास शर्मा , अशोक शर्मा, रामवरण कपाड़िया, रविराज, संतराम,
रामनिवास,राजेंद्र, शेर सिंह सहित सैकड़ो राज्य कर्मचारी उपस्थित रहे।