मुकेश खटीक
मंगरोप।ग्रोथ सेंटर स्थित 132 केवी जीएसएस में प्रसारण निगम ने मीटिंग रखी।इसमें बिलिया कलां के उन सभी किसानों को बुलाया गया, जिनकी जमीन से संगम इंडिया की 132 केवी लाइन निकाली गई है। किसानों पर मुआवजा लेने का दबाव बनाया गया। मीटिंग में मुआवजे के नाम पर 788, 2500 और 4000 रुपए के चैक लाए गए थे।ये चैक संगम इंडिया के नाम से बने थे।किसानों ने चैक लेने से इनकार कर दिया।सभी ने एक ही मांग रखी कि खेतों में लगे टॉवर तुरंत हटाए जाएं।किसानों का कहना है कि उन्हें किसी भी प्रकार का मुआवजा नहीं चाहिए।वे चाहते हैं कि उनकी जमीन से लाइन हटाई जाए।बिलिया कलां के किसानों ने आरोप लगाया कि प्रसारण निगम निजी लाइन को सरकारी बताकर जबरन खेतों से निकाल रहा है। यह लाइन कृषि भूमि के बीच से निकाली जा रही है।इस कार्य में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सहायक अभियंता,हमीरगढ़ के उपखंड अधिकारी,तहसीलदार,गिरदावर,पटवारी और पुलिस बल भी शामिल रहे।किसानों का कहना है कि इस लाइन से भविष्य में हादसे हो सकते हैं।फसल को भी नुकसान होगा।गांव के लोग और किसान इस कार्य के खिलाफ हैं।पहले भी कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।पहले से लगे टॉवर भी नहीं हटाए गए।किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि यह कार्य नहीं रोका गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। किसानों ने मांग की है कि यह कार्य तुरंत बंद कराया जाए और उन्हें राहत दी जाए।