भीलवाड़ा । बरूंदनी बिलोड़ के मध्य बरूंदनी के लंकिया और रांफड़ा के माल क्षेत्र के खेतों में पिछले चार माह से भरे पानी की समस्या का समाधान आखिरकार शनिवार को हो गया। ग्रामीणों की पीड़ा जानने के लिए विधायक खंडेलवाल स्वयं मौके पर पहुंचे और मात्र एक घंटे के भीतर पानी निकासी का कार्य शुरू करा दिया। किसानों के साथ विधायक ने 2 किलोमीटर पैदल चलकर खेतों की स्थिति का जायजा लिया।
विधायक के निर्देश पर मौके पर मौजूद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एस.एल. बैरवा ने तुरंत जेसीबी मशीन मंगवाई तथा एमडीआर 136 मार्ग के दोनों तरफ अवरुद्ध नालियों की सफाई शुरू करवाई। एहतियात के तौर पर बीगोद एवं बड़लियास थाना पुलिस के जवान भी मौके पर तैनात रहे।
इस समस्या को लेकर किसानों की उम्मीद तब जगी जब शुक्रवार को बरूंदनी के किसान शैतान सिंह शक्तावत के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने विधायक खंडेलवाल से मुलाकात कर विस्तार से स्थिति बताई। ग्रामीणों की बात सुनने के बाद विधायक ने त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिया था।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण पिछले चार माह से पानी निकासी के लिए प्रयासरत थे। यहां तक कि 5 अगस्त को जिला कलक्टर को ज्ञापन भी दिया गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। खेतों में 99 दिनों से भरे पानी पर काई जम गई थी और मगरमच्छ ने भी प्रवेश कर लिया था। दूषित जल के कारण फसलें खराब होने की कगार पर थीं, वहीं रबी की बुआई का समय भी नजदीक आ चुका था। 27 अक्टूबर को पुनः हुई बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए।
शनिवार को विधायक के निर्देश पर युद्धस्तर पर काम शुरू हुआ। एक साथ 6 जेसीबी मशीनें लगाई गईं। औराई नहर के धोरों की खुदाई कर पानी को बहाव मार्ग दिया गया। इस मौके पर औराई जल वितरण समिति के अध्यक्ष शंभूलाल मीणा भी उपस्थित रहे।
पानी निकासी में शुरुआती प्रयासों को बिलोड़ के कुछ व्यक्तियों द्वारा रोका गया था, लेकिन प्रशासनिक टीम के हस्तक्षेप से कार्य पुनः प्रारंभ हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि एमडीआर 136 सड़क के निर्माण के समय संवेदक रवि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने दोनों ओर नालियां नहीं बनाई थीं, जिससे पानी निकासी अवरुद्ध हो गई थी और समस्या पैदा हुई।
विधायक खंडेलवाल ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसी परेशानी न हो, इसके लिए स्थायी समाधान किया जाएगा। ग्रामीणों ने विधायक का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष श्यामलाल अहीर, गजेन्द्र कुमार साहू, दयाशंकर भट्ट, हर्षवर्धन सिंह, शिवप्रकाश दरक, संजय सारस्वत, कैलाश जोशी, भवानीराम गुर्जर सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।


