स्मार्ट हलचल/मांडलगढ़ पुरानी आबादी जामा मस्जिद चोक में हुसैनी कमेटी के नौजवानों द्वारा इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद में सभी तरह की दालों ,अनाजो, चावल को मिलाकर (दलीम) खिचड़ा बनाया गया | सदर साकिर अंसारी ने बताया दलीम शाम तक तैयार होने पर सभी ग्राम वासियों को बिठाकर खिलाया गया | इसको बनाने के लिए दाल और अनाज को कई घंटो तक पकाया जाता है | दलीम बनाने वाले में सहयोगकर्ता नन्हे खा अंसारी ,इलियास नूरी इकराम उस्ताद ,इमरान चिश्ती ,सद्दाम अंसारी ,ताजुद्दीन मंसूरी, रईस मिलावत, इनायत रशिद पठान,इरफान रईस गयासुद्दीन ,अशफाक पठान ,आबिद इकबाल ,तन्नू शरीफ शेख सहित हुसैनी कमेटी के कई नौजवानों ने सहयोग किया|
और इरफान कायमखानी ने बताया कि यह सबील (शर्बत) और खिचड़ा (दलिम) हज़रत इमाम हुसैन की और खानदान ए अहलेबेत की परंपरा का पालन कराती है| जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने दुनिया में लोगो को भूखा और प्यासा नही रहने दिया| इमाम हुसैन के जमाने में लोगों के बीच भोजन साझा करने के लिए अनाज और दाल का व्यंजन (खिचड़ा) बनाया और खिलाया जाता था|