शाहपुरा-पेसवानी
शाहपुरा की सरजमीं पर कौमी एकता, भाईचारे और धार्मिक सद्भाव का प्रतीक मानी जाने वाली हजरत सैयद सुजाअत अली सरकार की दरगाह पर सालाना बरसी का आयोजन 2 अगस्त को बड़े अकीदत और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और शहरवासियों में आयोजन को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। उर्स से पूर्व दिन 1 अगस्त (जुम्मा) की रात को ईशा की नमाज के बाद दरगाह परिसर में मिलाद शरीफ का आयोजन होगा। 2 अगस्त को पीर साहब की बरसी के मौके पर दोपहर कायमखानी मदरसा से चादर शरीफ का जुलूस बड़े अदब और अकीदत के साथ निकाला जाएगा। यह जुलूस नातख्वानी और दरूद-सलाम के साथ दरगाह शरीफ पहुंचेगा, जहां चादर शरीफ हजरत सैयद सुजाअत अली सरकार की मजार पर पेश की जाएगी।
इसके पश्चात नमाज-ए-असर के बाद शाम 4 बजे से दरगाह परिसर में आम लंगर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी धर्मों और वर्गों के लोग शामिल होकर कौमी एकता का संदेश देंगे। हजरत सुजाअत अली सरकार की दरगाह क्षेत्र में केवल एक धार्मिक केंद्र ही नहीं, बल्कि कौमी एकता और गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल है। यहां हर धर्म और पंथ के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं और मन्नतें मांगते हैं। पीर साहब की बरसी पर होने वाला यह कार्यक्रम आपसी मेलजोल, भाईचारे और शांति का संदेश देता है। आयोजन को लेकर दरगाह प्रबंधन समिति द्वारा व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। लंगर वितरण, साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था एवं यातायात को लेकर स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग लिया जा रहा है। दरगाह प्रबंधन और आयोजन समिति ने शहरवासियों व श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस रूहानी महफिल का हिस्सा बनें और दुआओं की बरकतें हासिल करें।