शाहपुरा@(किशन वैष्णव )महान स्वतंत्रता सेनानी व अमर क्रांतिकारी केसरी सिंह बारहठ की 153वीं जयंती पर आज 21 नवम्बर की सुबह त्रिमूर्ति बारहठ स्मारक पर माल्यार्पण कर उनके अद्वितीय त्याग व राष्ट्रसेवा को नमन किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री प्रकाश रेंगर ने कहा कि केसरी सिंह बारहठ का जीवन राष्ट्रभक्ति, स्वाभिमान और त्याग की अमर मिसाल है। उन्होंने महाराणा फतह सिंह को लिखी प्रसिद्ध ‘चेतावनी की चुंगटिया के माध्यम से केसरी सिंह के राष्ट्र चिंतन को याद किया।एसीबीईओ सत्यनारायण कुमावत ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए बताया कि अंग्रेजों के प्रतिबंध के बावजूद केसरी बारहठ ने अपने बेटे का नाम वंदे मातरम् रखा, ताकि कोई भी सत्ता उनकी देशभक्ति को रोक न सके।
संस्थान सचिव कैलाश जड़ावात ने केसरी सिंह बारहठ की जन्मस्थली को ‘क्रांति तीर्थ’ के रूप में विकसित करने की मांग रखी।
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रकाश चन्द्र रेगर, उपखण्ड अधिकारी सुनील मीणा, नगर पालिका चेयरमैन रघुनंदन सोनी, समाजसेवी भारत विकास परिषद से यशपाल पाटनी, पार्षद राजेश सोलंकी, रामेश्वर पहाड़िया, अखिल व्यास, दिनेश जादावत, रामप्रसाद सेन, कमलेश शर्मा, बसंत वैष्णव देवखेड़ा, कैलाश चारण, सुरेशचन्द्र घुसर, अंबेडकर विचार मंच से विमल झवर, पूर्व सरपंच सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।


