पवन बावरी
भीलवाड़ा। कृषि उपज मंडी में गुरुवार को बड़ा हंगामा देखने को मिला, जब मंडी के मजदूर अचानक काम छोड़कर धरने पर बैठ गए। मजदूरों ने मंडी परिसर में काम का बहिष्कार करते हुए प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।धरने की वजह बुधवार को हुई दिल दहला देने वाली घटना है, जिसमें 6 वर्षीय हार्दिक राजपूत की सेफ्टी टैंक में गिरने से मौत हो गई। हादसे के बाद से ही मजदूरों में भारी नाराज़गी है। उनका कहना है कि यह मौत किसी दुर्घटना का नहीं बल्कि मंडी प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है।मजदूरों ने मांग उठाई कि मासूम हार्दिक के परिजनों को हर हाल में न्याय मिलना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। उनका कहना है कि सेफ्टी टैंक खुले क्यों पड़े थे, इसकी जिम्मेदारी मंडी प्रशासन को लेनी होगी।धरने के चलते मंडी का कामकाज पूरी तरह ठप रहा और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। मजदूरों ने चेतावनी दी है कि जब तक जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती, वे धरना जारी रखेंगे।
कृषि उपज मंडी के सचिव मदन लाल सैनी ने कहा कि हमने घटनास्थल पर जाकर मौका मोइन किया है और मजदूरों से समझा इसके प्रयास जारी है इस घटना में जिसकी लापरवाही हुई है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी साथ ही मृतक हार्दिक राजपूत के माता-पिता और परिजनों को पूरा न्याय मिलेगा यह दुर्घटना दुखद है वही नगर निगम को भी अवगत करवा कर सेफ्टी टैंको सही करवाने के लिए कहा जाएगा। यहां के आसपास के क्षेत्र की भी साफ सफाई करके रिहायत बरती जाएगी। ऐसी घटना वापस ना हो इसके लिए कृषि उपज मंडी के विकास के लिए सरकार के पास बजट भेज रखा जैसे स्वीकृति मिलती है काम शुरू करेंगे। इस घटना में ठेकेदार समेत कुछ लोगों की लापरवाही है जिनके खिलाफ नियम अनुसार कार्यवाही करेंगे वहीं सेफ्टी टैंको की सफाई करवाकर उन्हें बंद करेंगे। जिससे इस तरह के हादसे फिर से ना हो।


