गेबाराम चौहान
स्मार्ट हलचल/कृषि विज्ञान केंद्र केशवना पर अनुसूचित जनजाति उपयोजना के तहत जनजातीय महिलाओ के लिए 21 दिवसीय “सिलाई कला कौशल” प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न तकनीकी हस्तक्षेपों के माध्यम से अनुसूचित जनजाति वर्ग के परिवार की महिलाओं में प्रशिक्षण के माध्यम से स्थायी आजीविका उत्पन्न कर आय में वृद्धि कर उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जालौर सहित ब्लॉक की केशवाना, सांफाडा, मांडवला, थलुंडा इत्यादि गाँव की अनुसूचित जनजाति की 25 महिलाए सिलाई का हुनर सिख रही है। यह प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर अनसी बाई द्वारा दिया जा रहा है। जिसमें प्रशिक्षण के 10 वें दिन महिलाओं को राजपूती पोषक, सलवार कुर्ता एवं बच्चो के झबलो की कटिंग करना सिखाया गया। अनुसूचित जनजाति उपयोजना के नोडल ऑफिसर डॉ. पवन कुमार पारीक ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही सभी महिलाओं का धन्यवाद देते हुए महिलाओं को स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनने को प्रेरित किया। इस कार्यक्रम की प्रशिक्षण प्रभारी सुमन शर्मा ने महिलाओं को पूरी लगन के साथ सिलाई सिखने के लिए प्रेरित किया एवं साथ ही महिलाओं को प्रशिक्षण का पूर्ण लाभ लेकर स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए कहा। इसके साथ ही केंद्र के मोसम विशेषज्ञ आनंद शर्मा, तकनिकी सहायक नाहर सिंह देवड़ा एवं भुपेन्द्र सिंह मोजूद रहे।