“एक शाम मित्रों के नाम” – रक्षा सूत्र और प्रेम का अनूठा उत्सव
बूंदी -स्मार्ट हलचल|संस्कृति संस्थान ने एक निजी रिसॉर्ट में ‘कृष्ण-सुदामा मित्रता दिवस’ का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास और भावनात्मक वातावरण में किया गया। यह आयोजन “एक शाम मित्रों के नाम” शीर्षक के साथ समर्पित था – मित्रता, प्रेम और सौहार्द का उत्सव।
संस्था अध्यक्ष शालिनी विजय एवं प्रवक्ता श्रीमती मधु हल्दिया ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भगवान कृष्ण और सुदामा जैसी निश्छल मित्रता की भावना को पुनर्जीवित करना तथा सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम निदेशक एवं प्रायोजक श्रीमती संगीता नुवाल और श्रीमती अर्चना नुवाल ने सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए रक्षा बंधन, तीज, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी एवं अनंत चतुर्दशी की अग्रिम शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था संरक्षक श्री कमलेश गोयल, श्रीमती मंजूषा याज्ञनिक एवं सलाहकार श्रीमती विमलेश सोनी द्वारा राधा-कृष्ण प्रतिमा के समक्ष नमन, रक्षा सूत्र बाँधने, उपहारों के आदान-प्रदान एवं गले मिलकर मित्रता का संदेश देने के साथ किया गया । इसके पश्चात सभी सदस्य एक दूसरे को रक्षा सूत्र बाँधकर उपहार भेंट करते हुए मित्रता का प्रतीकात्मक आदान-प्रदान करते नज़र आए। इस अवसर पर संस्था ने ‘अन्नोदय योजना’ के अंतर्गत एक जरूरतमंद परिवार को एक माह का राशन भेंट कर समाजसेवा की मिसाल पेश की।
मनोरंजन की कड़ी में 1 मिनट गेम प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें श्रीमती राधा महेश्वरी ने प्रथम एवं श्रीमती मधु लखोटिया ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया । संस्था सचिव श्रीमती मंजू जिंदल, उपाध्यक्ष श्रीमती उर्मिला नुवाल, कोषाध्यक्ष श्रीमती माधवी छोडा एवं सांस्कृतिक मंत्री श्रीमती अंजू अजमेरा ने भी अपने शुभकामनाएं संदेशों के माध्यम से सभी को बधाइयाँ प्रेषित कीं।
कार्यक्रम में संस्था की सक्रिय सदस्य श्रीमती मधु भाटिया, कामना माथुर, रानी यादव, रुक्मिणी जाजू, मनजीत कौर, शशि नायक, सीमा गर्ग, सरस्वती सोनी, संतोष सोनी, लीला सोमानी, राधा महेश्वरी, मधु लखोटिया, बॉबी भाटिया, संतोष ओझा एवं वीना भाटिया उपस्थित रहीं । संस्था की ओर से सभी को श्रीकृष्ण का आसन, श्रवण कुमार का चित्र, राखी एवं मेहंदी उपहारस्वरूप भेंट की गई। कार्यक्रम का समापन सभी सदस्यों द्वारा सामूहिक रूप से “*ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे…*” गीत गाकर किया गया, जिसने इस संपूर्ण आयोजन को आत्मीयता, भावनात्मकता और मित्रता के रंग में रंग दिया ।