मजदूर की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में दिया धरना
बूंदी। स्मार्ट हलचल/शहर के चित्तौड़ इलाके में दो मंजिला निर्माणाधीन मकान से गिरने से मजदूर की मौत के बाद परिजनों ने बूंदी जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाद हंगामा कर दिया और मोर्चरी के बाहर धरना लगाकर बैठ गए। परिजनों ने ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने व मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। धरने की सूचना पाकर तहसीलदार अर्जुन मीणा, सदर थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज में मय जाब्ते मौके पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता की। करीब 2 घंटे तक चली वार्ता के बाद परिजन मान गए। करीब 12 लाख रुपए मुआवजा देने का लिखित समझौते होने पर परिजन पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हुए। समझौते में 2 लाख ठेकेदार द्वारा नगद दिए जाने व 10 लाख रुपए का सरकार से मुआवजा देने की पर वार्ता सफल हुई है।
सदर थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि बालचंद पाड़ा निवासी मनीष नामा 30 वर्षीय मजदूरी का काम करता है। वह रोज की तरह चित्तौड़ रोड इलाके में दो मंजिला इमारत में काम करने के लिए गया था। तभी पत्थर चढ़ाते वक्त अचानक पैर फिसलने के चलते वह सीधा दो मंजिला मकान से नीचे गिर गया, सिर के बाल गिरने से अधिक खून बह गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिजनों की मांग थी कि मृतक के घर में उसके पिता बुजुर्ग है और एक बहन है। घर में कोई कमाने वाला मुख्या नही हैं ऐसा मैं उसे मुआवजा दिया जाए। ठेकेदार द्वारा आना-कानी करने पर परिजन आक्रोशित हो गए और मोर्चरी के अंदर शव कर बाहर प्रदर्शन करने लगे। मौके पर तहसीलदार व ठेकेदार को बुलाकर परिजनों से समझाइस की गई। ठेकेदार द्वारा 2 लाख नगद देने व तहसीलदार द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से 10 लख रुपए दिए जाने की लिखित समझौते के बाद परिवार के लोग माने।