नीरज मीणा
स्मार्ट हलचल /मण्डावर (दौसा) । यहां जल जीवन मिशन में हुए भ्रष्टाचार की गूंज अभी खत्म भी नहीं हुई । जिससे पहले ही मण्डावर नगर पालिका शहर में पाइप-लाइन के लिए खोदी गई सडक़ो की मरम्मत निर्माण कार्य में लाखों रूपये का गड़बड़झाला हुआ है। सडक़ के मरम्मत निर्माण कार्य की आड़ में जिम्मेदारों ने अपना लाखों रूपये का कमीशन फिक्स करके ठेकेदार को मरम्मत कार्य के नाम पर लिपा-पोती करने की छूट दे दी गई। जहां ठेकेदार ने आंख मूंद कर घटिया सामग्री से मरम्मत निर्माण कार्य करवाया गया। जिसके के चलते एक माह में ही सडक़ से रोडिय़ा उखडक़र बिखरने लग गई है। जिससे दुपहिया वाहन चालक फिसल कर गिर रहे है। वहीं बड़ी दुर्घट्ना का भी अंदेशा बना हुआ है। इधर स्थानीय लोगों ने नगर पालिका के जिम्मेदार सहित जलदाय विभाग के अधिकारियों पर योजना में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। साथ ही उनका कहना है कि योजना के कार्यों की मुख्यमंत्री स्तर पर जांच होने पर ही ठेकेदार और सम्बन्धित जिम्मेदारों के लाखों रूपये के फिक्स कमीशन की पोल खुल सकती है। दरअसल शहर में जलापूर्ति के लिए अर्बन योजना के तहत गत वर्ष से कार्य चल रहा है। जिसके लिए जलदाय विभाग के ठेकेदार द्वारा शहर के मुख्य बाजार,महावीर नगर,आदर्श नगर,सूर्य नगर कॉलोनी,सायपुर-पाखर रोड़,गांव मण्डावर सहित अनेक जगहों पर नई पाइप-लाइन डालने के लिए सीसी सडक़ो को खोद कर पाइप-लाइन डालने का कार्य कर रहा है। जहां ठेकेदार ने पालिका क्षेत्र में सडक़ों की खुदाई का कार्य शुरू करते ही पालिका के जिम्मेदारों ने खुदाई कार्य को बंद करवा दिया गया। जिसके बाद पालिका के जिम्मेदारों ने अपना लाखों रूपये का कमीशन फिक्स करने के बाद ठेकेदार को आंख मिचकर अपनी मर्जी से मरम्मत कार्य करने की मंजूरी दे दी गई। वहीं जलदाय विभाग के अधिकारियों के ढ़ीले रवैए का फायदा उठाकर ठेकेदार ने सभी कॉलोनी-मौहल्लों में लिपापोती करते हुए घटिया सामग्री से मरम्मत निर्माण कार्य करवा दिया गया। जहां घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग में लेने से मरम्मत निर्माण कार्य एक माह भी नहीं टिक पाया और मरम्मत हुई सडक़ो से रोडिय़ा उखडक़र बिखरने लग गई है। जहां से गुजरने वाले दुपहिया चालक रोडिय़ों से फिसलकर गिर रहे है जो साफ तौर से जलदाय विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत या बड़ी ढि़लाई कही जा सकती है। शहर में कई जगहों पर पाइप-लाइन के लिए खोदी सडक़े कई महीनों से खुदी पड़ी है। जिन सडक़ों पर कार सहित दुपहिया वाहन निकालना मुश्किल हो रहा है। कॉलोनी में खुदी पड़ी सडक़ों से आने-जाने में शहर वासियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। पूर्व में भी शहर के लोग ठेकेदार की मनमानी की शिकायत उपखंड अधिकारी के जरिए मुख्यमंत्री से भी कर चुके है। जिसके बावजूद भी स्थानीय विभाग के अधिकारी मामले में कोई ध्यान नहीं दे रहे है। शहर वासियों ने मरम्मत कार्य में लाखों रूपये के कमीशन और करवाए गए घटिया निर्माण सामग्री से मरम्मत निर्माण कार्य की मुख्यमंत्री स्तर से जांच करवाएं जाने की मांग की गई है।