सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- सवाईपुर कस्बे के निकटवर्ती लखमणियास गांव में तेजाजी महाराज मंदिर शिखर कलश की स्थापना को लेकर आयोजित पांच दिवसीय नव कुंडात्मक महारूद्र यज्ञ के चौथे दिन कलश का सहस्त्र धारा अभिषेक किया तथा हवन कुंड में आहुतियां लगाई, वही नव कुंडात्मक महारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति कल होगी । ग्रामीणों ने बताया कि तेजाजी महाराज के मंदिर पर कलश व मंदिर प्रांगण में तेजाजी महाराज की घोड़ी की स्थापना को लेकर नीलकंठ महादेव मांडल व सरेड़ी के महंत दीपक पुरी जी महाराज के सानिध्य में पांच दिवसीय महारुद्र यज्ञ की शुरुआत सोमवार को कलश यात्रा के साथ हुआ । जिसमे कल दोपहर कलश स्थापना के साथ पूर्णाहुति होगी, बड़ी संख्या में आसपास के गांवों से ग्रामीण पहुंच रहे हैं, जो तेजाजी महाराज के आशीर्वाद लेने के साथ ही मेला चौक में लगे डोलर चकरी व झूले का आनंद ले रहे हैं । यज्ञाचार्य चांदमल उपाध्याय सवाईपुर ने बताया कि प्रातः 9:15 बजे स्थापित देवी-देवताओं का हवन पूजन कर आह्वान किया, शिखर कलश का सहस्त्रधारा अभिषेक किया, वही कलश का शकराधिवास, फलाधिवास व पुष्पाधिवास किया गया, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 85 जोड़ों ने 9 हवन कुंडों में रुद्र सुक्त की 51 हजार आहुतियां लगाई । रतन दास सारण व सत्तू कीर कोदूकोटा एंड पार्टी ने तीसरे दिन बुधवार रात्रि को तेजाजी महाराज हीरा गुजरी की कोठी में रुकने, मीणा द्वारा हीरा गुजरी के गायों को चुराने व तेजाजी महाराज द्वारा गायों को लेने जाने आदि कई पात्रों का मंचन किया गया ।