Land mafias are in collusion with revenue officer
Land worth crores of rupees belonging to a mentally challenged person was sold by land mafias in connivance with the revenue officer, and the property was divided even after the bank loan was due
भीलवाड़ा 19 जून।स्मार्ट हलचल|सदर थाना क्षेत्र के दांथल ग्राम मे कुछ भूमाफिया लोगो द्वारा राजस्व विभाग के अधिकारियो से मिलाभगती कर मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की जमीन को अन्य व्यक्ति को बेच डाला। जबकि उक्त जमीन पर बैंक का लोन बकाया था, साथ ही बैंक लोन बकाया होने पर भी राजस्व अधिकारियो ने जमीन का बटवारा तक कर दिया। जानकारी के अनुसार दांथल निवासी नारायण पुत्र नंदा जाट ने बताया कि उसके नाना गौरीलाल पुत्र अमरचंद जाट निवासी दांथल जो कि मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उनके नाम पर करोड़ो रूपये की कीमत वाली 06 बीघा जमीन भीलवाड़ा मंगरोप मुख्य मार्ग पर स्थित है। जिसके खसरा संख्या 2168, 2455/2172 है। जमीन पर बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का लोन भी बकाया है। उसके नाना के कोई पुत्र नहीं होने तथा पुत्री की हत्या वर्ष 2008 में होने से वह मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गये तथा पत्नी के साथ घर पर नही रहते है। इसी का फायदा उठाते हुए गांव के कुछ भूमाफियाओ ने मिलकर सुवाणा स्थित उप पंजीयन कार्यालय मे तैनात राजस्व निरीक्षक पवनेश शर्मा के साथ मिलाभगती कर करोड़ो की कीमत वाली जमीन को भंवर लाल पुत्र मांगी लाल जाट के नाम 04 जून 2025 को बेचान रजिस्ट्री करवा ली। रजिस्ट्री में बैंक चैक से भुगतान करने के बजाय लगभग 10 लाख रूपये नगद विक्रय राशि देना बताया गया। जो कि राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशो के खिलाफ है। यही नहीं आरोपियों ने जमीन पर चल रहें बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक शाखा दांथल के बकाया लोन को 11 जून 2025 को जमा करवाया। तब जाकर बैंक में रहन मुक्त करने का नो ड्यूज जारी किया। मगर अधिकारियों ने रजिस्ट्री पूर्व में ही कर दी। इसी बीच पीडित नारायण ने उपखंड अधिकारी भीलवाड़ा दिव्यराज सिंह के समक्ष जमीन को खुर्द-बुर्द करने से रोकने के लिए नाना गौरीलाल पुत्र अमरचंद जाट के खिलाफ वाद दायर कर स्थगन आदेश मांगा तो न्यायालय ने दिनांक 09 जून 2025 को उक्त जमीन पर स्थगन आदेश जारी कर दिया। जिसकी सत्यापित प्रतिलिपी नारायण ने तहसीलदार भीलवाड़ा को एवं दांथल पटवारी योगेश भाटी को दे दी। जमीन को हडपने के लिए राजस्व अधिकारियो ने सारे नियम और कायदे कानून को ताक में रखकर दिनांक 12 जून 2025 को गोपीलाल पुत्र लादूलाल जाट निवासी मोखमपुरा के नाम दर्ज कर दी। बाद मंें अधिकारियो ने न्यायालय द्वारा जारी स्थगन आदेश का दाखिला दिनांक 17 जून 2025 को लगाया। नारायण ने आरोप लगाया कि राजस्व निरीक्षक पवनेश शर्मा एवं पटवारी योगेश भाटी भूमाफियाओ से मिलकर करोड़ो रूपये की जमीन को हड़प लिया। बडौदा राजस्थान क्षैत्रीय ग्रामीण बैंक के प्रबंधक लक्ष्मणराम ने बताया कि बैंक को बकाया रूपये से लेना देना है। राजस्व अधिकारियों ने गड़बड़ी की तो वो जाने। इस प्रकरण में यह बात जरूर सामने आई कि लोन गौरीलाल जाट ने लिया था। उसका लोन बकाया था। फिर भी राजस्व अधिकारियों ने जमीन का बटवारा कर दिया। नियमानुसार बटवारा हो ही नहीं सकता। वही इस मामले में पटवारी योगेश भाटी ने बताया कि उन्होंने तो उच्च अधिकारियों के निर्देश का पालन किया। जबकि राजस्व निरीक्षक पवनेश शर्मा ने इस मामले में कुछ नहीं कह सकता हुॅ। मीटिंग में होने का बहाना बताकर फोन को काट दिया। इसी जमीन को लेकर गौरीलाल जाट की पत्नी दांथल निवासी श्रीमती छाऊ देवी जाट उम्र 75 ने जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू एवं पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उसने भी बताया कि उसका 80 वर्षीय पति गौरीलाल जाट पिछले 08-10 वर्षो से मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसी का फायदा उठाते हुए कुछ भूमाफिया लोगो व रिश्तेदार दांथल निवासी भंवर लाल पुत्र मांगी लाल जाट व गोपीलाल पुत्र लादू लाल जाट निवासी मौखमपुरा ने मिलकर गौरीलाल को रजिस्ट्रार आफिस ले जाकर करोड़ो रूपये की कीमत की जमीन की विक्रय रजिस्ट्री करवा ली। जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव ने मामले को संगीनता से लेते हुए थानाधिकारी सदर को जांच करने के निर्देश दिये।