कोटा। स्मार्ट हलचल/ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) कोटा शाखा के तत्वावधान में नयापुरा स्थित आईएमए भवन में डॉक्टर्स डे के अवसर पर समारोह आयोजित किया गया। इस आयोजन में शहर के करीब 150 से अधिक चिकित्सकों ने अपने परिवारों सहित भाग लिया। कार्यक्रम में चिकित्सा जगत के विशिष्ट योगदानकर्ताओं को सम्मानित करते हुए, डॉ. एस.के. गोयल लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड सर्जन डॉ. जितेन्द्र सिंह को प्रदान किया गया, जिसमें 10,000 रुपये नकद, शॉल, माला और प्रशस्ति पत्र शामिल था।
आईएमए सचिव डॉ. मनीष बोहरा ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि रहे आईएमए राजस्थान के प्रदेश सचिव डॉ. पी.सी. गर्ग, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में आईएमए उदयपुर अध्यक्ष डॉ. आनंद गुप्ता एवं मेडिकल कॉलेज कोटा की प्राचार्या डॉ. संगीता सक्सेना उपस्थित रहीं। अध्यक्षता आईएमए कोटा अध्यक्ष डॉ. के. श्रृंगी ने की।
इस अवसर पर 22 वरिष्ठ चिकित्सकों को शॉल, माला व प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया गया, जिनमें डॉ. एस के गोयल गोयल, डॉ. के.के. पारीक, डॉ. एम.एल. अग्रवाल, डॉ. गिरिश माथुर, डॉ. आर.के. अग्रवाल, डॉ. सी.बी. दास गुप्ता, डॉ. गीता बंसल,डा सुरेश पाण्डेय,डा एसनए गौत्तम एवं डॉ. महेन्द्र गुप्ता सम्मानित रहे।
कार्यक्रम में आईएमए उपाध्यक्ष डॉ. दीपक गुप्ता ने भारत रत्न डॉ. बी.सी. रॉय की जीवनी पर प्रकाश डाला, जबकि मुख्य वक्ता डॉ. आनंद गुप्ता ने डॉक्टर्स डे की थीम “मास्क के पीछे छिपे देखभाल करने वालों की देखभाल” पर व्याख्यान दिया। उन्होंने चिकित्सकों को स्वयं का भी ध्यान रखने का संदेश देते हुए KFP (क्या फर्क पड़ता है) और BFP (बहुत फर्क पड़ता है) जैसे तनाव-प्रबंधन सूत्र साझा किए। उन्होंने जीवन में “पहला प्यार परिवार, दूसरा प्यार व्यापार और तीसरा प्यार संसार” का मूल मंत्र भी दिया।
डॉ. संगीता सक्सेना ने अपने उद्बोधन में चिकित्सकों से समाज सेवा में अधिक भागीदारी की अपील की, वहीं डॉ. पी.सी. गर्ग ने मौजूदा स्वास्थ्य परिदृश्य में एक सशक्त संगठन की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “मजबूत संगठन ही चिकित्सकों के हितों की रक्षा कर सकता है।”
समारोह के दौरान एक विशेष पहल के तहत डॉ. अविनाश बंसल द्वारा चिकित्सकों को भारतीय न्याय संहिता की नवीन धाराओं की जानकारी प्रदान करने हेतु हिंदी भाषा में निर्मित एक पोस्टर का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और आईएमए सचिव डॉ. मनीष बोहरा के आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जिन्होंने अपने वक्तव्य में चिकित्सकों को जीवन को आनंदपूर्वक जीने की प्रेरणा दी और बताया कि यह आयोजन न केवल सम्मान का मंच बना, बल्कि चिकित्सकों को आत्ममंथन, संगठनात्मक एकता एवं समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना से भी रूप बना।