पुनित चपलोत
भीलवाड़ा। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी चिकित्सालय में मरीज के लिए लगीं सुविधा अब सर दर्द बनती जा रही है।भीलवाड़ा के जिला अस्पताल में शुक्रवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब एक मरीज को ट्रॉमा वार्ड में छोड़कर वापस आ रहा कर्मचारी लिफ्ट में फस गया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी ट्रॉमा वार्ड के पास लगी लिफ्ट में करीब आधे घंटे तक कर्मचारी लिफ्ट में फंसा रहा जिससे अस्पताल परिसर में कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर अन्य अस्पतालकर्मियों और सुरक्षा गार्डों ने तुरंत सूचना संबंधित तकनीकी टीम को दी। इसके बाद बड़ी मशक्कत के बाद कर्मचारी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान अस्पताल कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि जिला अस्पताल में आए दिन इस तरह की घटना होती रहती है और कई बार लिफ्ट बंद होने की वजह से कर्मचारी और पेशेंट उसमें फंस जाते हैं लेकिन इस ओर अस्पताल प्रशासन द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। कर्मचारियों ने कई बार शिकायतों के बावजूद लिफ्ट का स्थायी समाधान नहीं किया गया है। महात्मा गांधी चिकित्सालय न सिर्फ भीलवाड़ा बल्कि आसपास के जिलों के मरीजों के लिए प्रमुख इलाज केंद्र है। ऐसे में आए दिन लिफ्ट खराब होने की घटनाएं मरीजों की सुरक्षा के साथ-साथ चिकित्सा स्टाफ की डर का माहौल है। जिला अस्पताल के वार्ड बॉय ने कहा कि मैं उपर वाले ट्रॉमा वार्ड में पेशेंट को छोड़ने गया था और वापस पेशंट छोड़कर लिफ्ट से आ रहा था ऐसे में लिफ्ट अचानक बंद पड़ गई और वापस चालू नहीं हुई मैंने काफी मशक्कत की फिर भी शुरू नहीं हुई । करीब 15 से 20 मिनट तक में लिफ्ट में फंसा हुआ हूं यह आज की बात नहीं है बीते कई दिनों में ऐसी घटनाएं हुई है और आए दिन लिफ्ट बंद पड़ जाती है जिसके वजह से कभी हम तो कभी पेशेंट इसमें फंस जाते हैं।