पहले दिन 11 जोड़ों ने दी हवन आहुतियां, मंत्रोच्चार से गुंजा माहौल
मूलचन्द पेसवानी
स्मार्ट हलचल| शाहपुरा शहर के भीलवाड़ा रोड पर मुख्य डाकघर के पास नवनिर्मित सर्किल पर नगर पालिका एवं विप्र सेना सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित भगवान श्री परशुराम जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का तीन दिवसीय उत्सव शुक्रवार को भव्य हवन-पूजन के साथ प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर श्रद्धालुओं और समाजजनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
महोत्सव के प्रथम दिन प्रातः बेला में अभिजीत मुहूर्त में मंडल पूजन और मूर्ति वास का आयोजन हुआ। भीलवाड़ा से पधारे पंडित योगेंद्र शर्मा ने विधिपूर्वक पूजन और हवन कराया। इस दौरान सर्व ब्राह्मण समाज के 11 जोड़ों ने हवन कुंड में बैठकर आहुतियां अर्पित कीं। सभी ने देवी-देवताओं का आह्वान कर कार्यक्रम की मंगलमय सम्पन्नता की कामना की।
हवन और मंत्रोच्चार के दौरान पूरा वातावरण भक्ति और आस्था से सराबोर हो गया। धूप-दीप और हवन की सुगंध ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। रात्रि में भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ, जिसमें समाजजन भक्ति रस में डूबे और कार्यक्रम की शोभा बढ़ी।
महोत्सव के पहले दिन हवन और पूजन सम्पन्न हुआ। समाज के वरिष्ठ और युवा सदस्य इसमें भाग लेकर धार्मिक आस्था को जीवंत बनाए। आयोजन समिति के अनुसार, शनिवार को प्रातः मूर्ति पूजन और हवन के साथ भगवान परशुराम जी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान होगा। अपराह्न 3.15 बजे प्रतिमा का सहस्त्रधारा अभिषेक संपन्न किया जाएगा। रात्रि में संगीतमय सुंदरकांड का आयोजन होगा। रविवार को प्रातःकाल बालाजी की छतरी से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। अभिजीत मुहूर्त में अखिल भारतीय निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीजी महाराज श्यामशरण जी महाराज भगवान परशुराम जी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इस अवसर पर कई अन्य संत-महात्मा भी उपस्थित रहेंगे।
नगर पालिका और विप्र सेना के प्रतिनिधियों ने कहा कि भगवान परशुराम जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा से समाज में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा। यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं बल्कि समाज की एकता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रतीक भी है। भगवान परशुराम जी केवल ब्राह्मण समाज के आदर्श ही नहीं, बल्कि समूचे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका पराक्रम, तपस्या और न्यायप्रियता आज भी समाज के लिए मार्गदर्शक हैं। आयोजकों ने कहा कि महोत्सव से युवाओं को उनके आदर्शों से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी।
महोत्सव को यादगार बनाने के लिए नगर पालिका, विप्र सेना और सर्व ब्राह्मण समाज ने मिलकर तैयारियां की हैं। मंच सजावट, विद्युत व्यवस्था, जलपान और प्रसादी वितरण जैसी हर सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया है। समाजजनों ने सामूहिक सहयोग से इसे ऐतिहासिक आयोजन बनाने का संकल्प लिया। पूरे नगर में इस आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है। आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी लोग बड़ी संख्या में भाग लेने आ रहे हैं।
श्रद्धालुओं ने कहा कि इस महोत्सव ने पूरे शहर में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाई है। युवा पीढ़ी में भी भागीदारी देखकर आयोजकों का उत्साह और बढ़ गया है। कई युवाओं ने स्वयं हवन में आहुति देकर भक्ति में भाग लिया। आयोजन समिति ने बताया कि तीनों दिनों तक प्रतिदिन सुबह और शाम धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाएंगे। यह आयोजन शहर के लिए गर्व का विषय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। उल्लेखनीय है कि भगवान परशुराम जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव न केवल धार्मिक अनुष्ठान का अवसर है, बल्कि समाज की एकता और सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने का महत्वपूर्ण प्रयास भी है। तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन में भक्ति, संस्कृति और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।


