काशी में मुस्लिम महिलाओं ने भगवान् श्रीराम का किया अनोखी आरती
साम्प्रदायिक एकता का दिया अनोखा संदेश !
♦️स्मार्ट हलचल न्यूज़♦️
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी।भगवान् भोलेनाथ की पावन नगरी व पीएम मोदी की संसदीय क्षेत्र कांशी वाराणसी में
पिछले 18 वर्षों से भगवान श्रीराम की आरती कर रहीं हैं। मुस्लिम महिलाएं हर वर्ष भगवान श्रीराम से विशेष प्रार्थना करती आ रही हैं। पिछले कई वर्षों से मुस्लिम महिलाओं की प्रार्थना थी कि अयोध्या में भगवान श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो और उनकी यह प्रार्थना कुबूल होने पर प्रसन्नता भी जाहिर कीं। मुस्लिम महिलाओं की श्रीराम की इस अनोखी आरती ने साम्प्रदायिक एकता का दिया अनोखा संदेश दिया है। जो सर्वत्र चर्चाएं व्याप्त है।
स्मरण रहे कि जिस देश ने भगवान श्रीराम की भक्ति से अपने आप को अलग कर लिया उसकी दुर्गति निश्चित हो गई। राम से अलग होने पर परिवार, समाज और देश में खून खराबा के अलावा कुछ नहीं बचा पाकिस्तान,अफगानिस्तान, बांग्लादेश इसका उदाहरण भी हैं।
आज पाकिस्तानी अपनी जड़ों से जुड़ने के लिये बेचैन हो रहे हैं और अपने पूर्वजों को याद कर रहे हैं। अपनी जड़ों से जुड़ने और साम्प्रदायिक एकता का संदेश देने के लिये मुस्लिम महिलाओं ने सृष्टि संचालक भगवान श्रीराम एवं जगत जननी माता जानकी की आरती सुभाष भवन, लमही में उतारी।
रामनवमी के अवसर पर मुस्लिम महिला फाउण्डेशन एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में मुस्लिम महिलाओं की विश्व प्रसिद्ध श्रीराम आरती का आयोजन किया गया। नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में जुटीं हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में रचित श्रीराम प्रार्थना एवं श्रीराम आरती का गायन किया।
इस अवसर पर नगीना बेगम, शबनम अफरोज, नाजमा,शमशुन निशा, रजिया, डॉ. अर्चना भारत वंशी,डॉ. मृदुला जायसवाल, इली भारतवंशी, खुशी भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी आदि लोगों ने भाग लिया।