आदित्य सोनी
स्मार्ट हलचल,नाहरगढ़| विद्या भारती शिक्षा संस्थान बारां द्वारा संचालित आदर्श विद्या मन्दिर विद्यालय में सृष्टि रचनाकार भगवान विश्वकर्मा को याद करते हुए पुलवामा में शहीद हुए शहीदों को नमन तथा मातृ- पितृ पूजन दिवस का आयोजन बालकों में राष्ट्रीय भाव, संस्कृति व संस्कारों का बीजारोपण करने हेतु किया। उत्सव जयंती प्रमुख आशु यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रधानाचार्य सत्यनारायण पाँचाल ने अभिभावकों व भैया बहिनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सृष्टि रचनाकार भगवान विश्वकर्मा द्वारा सृष्टि का सृजन किया गया था जिसमें परिवार संचालन का दायित्व माता-पिता को दिया गया
इसीलिए भारतीय संस्कृति में बालक का प्रथम गुरु माता पिता को माना जाता हैं। मातृ-पितृ पूजन दिवस का उद्देश्य बालकों में भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर परम्परा व संस्कारों का प्रतिपादन करना है। कार्यक्रम में पुलवामा हमले में शहीद हुये भारत के वीर जाबांज सीआरपीएफ जवानों को याद करते हुए शहीद प्रतीक पर पुष्पांजलि से श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज के दिन हमारे लिए एक भाव विभोर करने वाला दिन भी है जो वीर जवान हमारी रक्षा करने के लिए रात दिन सीमा पर खड़े रहते है उन वीर जवानों पर एक आतंकी संगठन द्वारा हमला कर दिया जाता है और उसमे हमारे जवान शहीद हो जाते है उन शहीदों को हम हमेशा याद रखेंगे उन के परिवार वालो के प्रति संवेदना हमेशा रखेंगे ।
मातृ-पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम में भैया बहिनों ने अपने माता-पिता को तिलक लगाकर चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। संचालन इन्द्रराज नागर ने किया। विद्या मन्दिर के सभी आचार्य दीदी ने भाग लिया एवं अभिभावक गोष्ठी कर बालकों की शिक्षण सम्बंधित जानकारी सांझा कर सुझाव लिए।इस दौरान सुरेन्द्र नागर, प्रवीण साहू, देवेंद्र नागर, वर्षा साहू, प्रिया प्रजापत,माया प्रजापत, वन्दना कुशवाहा, निशा नागर ने सहभागिता की। आभार समिति के सचिव देवकीनंदन नागर ने व्यक्त कर भारतीय संस्कृति संरक्षण का संकल्प दिलाया।
यह जानकारी विद्या भारती प्रचार विभाग द्वारा दी गई।