ट्रेलर चालकों से खुलेआम अवैध वसूली
स्मार्ट हलचल| केकड़ी क्षेत्र में ग्रेनाइट माइंस से जुड़े रॉयल्टी संचालन में हो रही अवैध चौथ वसूली के चलते राजस्थान सरकार को प्रतिमाह करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद जिम्मेदार सरकारी नुमाइंदे आंखें मूंदे बैठे हैं, जिससे अवैध वसूली का खेल बेखौफ जारी है। केकड़ी तहसील के एकल सिंहा, सलारी, बघेरा, नया गांव कुमावत का, बिजवाड़ व हिसामपुर सहित कई गांवों में संचालित ग्रेनाइट माइंस से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेलर ग्रेनाइट भरकर बाहर जाते हैं। आरोप है कि यहां रॉयल्टी संचालक ट्रेलर चालकों से 500 रुपए प्रति टन के हिसाब से अवैध वसूली कर रहा है। मजबूरी में मेहनत-मजदूरी कर परिवार पालने वाले ट्रेलर चालक यह रकम देने को विवश हैं। ट्रेलर चालकों के अनुसार एक ट्रेलर में औसतन 10 टन ग्रेनाइट ओवरलोड जाता है और प्रतिदिन करीब 100 ट्रेलर निकलते हैं। इस हिसाब से रॉयल्टी संचालक को प्रतिदिन लगभग 5 लाख रुपए की अवैध आय हो रही है, जबकि सरकार को भारी राजस्व नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालात ऐसे हैं कि विरोध बढ़ने पर कभी भी माइंस में ट्रेलरों के पहिए जाम हो सकते हैं।
ट्रेलर मालिकों व चालकों का प्रदर्शन
अवैध वसूली के विरोध में गुरुवार को बघेरा रोड चौराहे पर ट्रेलर मालिकों व चालकों ने प्रदर्शन किया और वसूली तुरंत बंद करने की मांग की। प्रदर्शन में राजेंद्र गुर्जर, पवन बगालिया, कर्मराज चौधरी, वीरेंद्र चौधरी सहित कई ट्रेलर मालिक व चालक मौजूद रहे।


