मोड़ का निंबाहेड़ा (सुरेश चंद्र मेघवंशी)
भगवान भोलेनाथ के आराधना का महापर्व हरियाली अमावस्या के अवसर पर भगवान श्री देवनारायण जी की जन्मस्थली एवं माता साडू की अखंड तपोभूमि विश्व विख्यात तीर्थ स्थल मालासेरी डूंगरी देवनारायण मंदिर परिसर में हरियाली अमावस्या के अवसर पर कहीं धार्मिक आयोजन बड़े धूमधाम एवं हर्ष के साथ मनाया गए । पुजारी हेमराज पोसवाल ने बताया कि सुबह सर्वप्रथम भगवान भोलेनाथ की आराधना करते हुए भोलेनाथ को विधि विधान के साथ पंचामृत अभिषेक किया गया एवं महाकाल की तर्ज पर भोलेनाथ का आकर्षक शृंगार किया गया। सुबह से शाम तक भजन संध्या का कार्यक्रम रखा गया जिसमें राजस्थान भर से आए गायक कलाकारों ने भजनो की प्रस्तुत दी , अजमेर से आई टीम के द्वारा देवों को देव महादेव की महिमा पर तांडव नृत्य का प्रदर्शन बड़े ही धूमधाम के साथ किया गया ।
इस दौरान अजमेर के कलाकारों ने शिव तांडव का बेहतरीन कार्यक्रम प्रस्तुत किया उसके बाद महाकाल की आरती उतारी गई एवं शाम को पूरे विधि विधान के साथ महाकाल की आरती उतारी गई एवं हरिद्वार में होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर शाम को देवनारायण मंदिर के सामने पुष्करराज के महान पंडितो द्वारा विशाल मालासेरी डूंगरी की आरती की गई । इसमें देश ,प्रदेश भर से आए देव भक्तों ने विशाल मालासेरी डूंगरी तीर्थ की आरती में भाग लिया पुजारी ने बताया कि कल हरियाली अमावस्या के पावन पर्व पर 20 हजार से अधिक देव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी ।
सुबह से ही मंदिर में दर्शन के लिए कतारें लग गई , लोगों ने भगवान श्री देवनारायण जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया एवं दिनभर साडू माता की रसोई में महाप्रसादी का आयोजन किया गया । आने वाले हजारों भक्तों ने महाप्रसादी का आनंद लिया।
अजमेर से आई शिव तांडव नृत्य की टीम की बेहतरीन प्रस्तुति एवं भोलेनाथ की झांकी रही आकर्षक का केंद्र ___ अजमेर से आई टीम के सदस्यों ने भगवान भोलेनाथ के शिव तांडव का बेहतरीन नृत्य प्रस्तुत किया एवं महाकाल की आरती की तर्ज पर शाम को विशाल डूंगरी की महा आरती की गई जो बहुत ही आकर्षक का केंद्र रही इस क्षेत्र में पहली बार इस भव्य शिव तांडव एवं महाकाल की आरती गंगा की तरह मालासेरी डूंगरी की आरती का आकर्षण केंद्र रहा कार्यक्रम के दौरान भक्तों में अपार उत्साह का माहौल रहा । इस मौके पर देवनारायण जन्मस्थली विकास समिति के अध्यक्ष जयदेव चाड़, शंभु लाल ,पुजारी डालू राम पोसवाल, देवी लाल पोसवाल ,प्रभु पोसवाल ,दुदा राम , घासीराम ,भंवरलाल, ईश्वर,भागूराम,सवाई सिंह ,शिवराज ,भेरूलाल, रूगनाथ पडियार,प्रभु फागना, सहित कई देव भक्त मौजूद रहे ।