महाकुंभ। संगम की पावन धर्म धरा पर आयोजित महाकुंभ के सबसे बड़े अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर मृतकों की संख्या 30 पहुंच गई है। महाकुंभ मेला पुलिस ने इसकी पुष्टि की। डीआइजी वैभव कृष्ण ने बताया कि भगदड़ में कुल 90 श्रद्धालु घायल हुए थे, जिसमें 30 की मौत हो गई।
शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा और बुधवार को कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं हुआ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, “इन सब मुद्दों पर सवाल उठना स्वभाविक भी है. ये सभी घटनाएं मर्माहत करने वाली भी हैं और एक सबक भी है. लेकिन हादसे की तह में भी जाने की ज़रूरत है.”उन्होंने कहा. “हम इसकी न्यायिक जांच करेंगे और जांच के लिए न्यायिक आयोग भी गठित किया जा रहा है. इसके अलावा पुलिस के स्तर पर भी जांच करवाएंगे कि आखिर ऐसे हादसे किन कारणों से हुए हैं.”
उन्होंने मृतकों के आश्रितों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की भी घोषणा की.
महाकुंभ के मीडिया सेंटर में बुधवार शाम मेलाधिकारी विजय किरन आनंद के साथ पहुंचे डीआइजी महाकुंभ नगर वैभव कृष्ण ने सबसे पहले भगदड़ की वजह बताई। कहा कि मंगलवार आधी रात के करीब संगम तट पर भारी भीड़ का दबाव बन गया था।