(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी। स्मार्ट हलचल/महाकुंभ मेला-2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज के संगम पर होगा, और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे, विशेष रूप से पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। झूंसी और प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए अभूतपूर्व व्यवस्थाएं की गई हैं।
झूंसी स्टेशन पर चार प्लेटफॉर्म और तीन पैदल उपरिगामी पुल के अलावा 14,400 वर्ग मीटर में छह स्थायी यात्री आश्रय केंद्र बनाए गए हैं, जहां 10,000 यात्री एक साथ विश्राम कर सकते हैं। स्टेशन परिसर में यात्रियों को ट्रेनों की सटीक जानकारी देने के लिए 55 इंच के 18 एलईडी डिस्प्ले बोर्ड, तीन “पांच लाइन” डिस्प्ले बोर्ड, एक वीडियो वॉल, और 30 स्पीकर लगाए गए हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए वाई-फाई कनेक्शन, रेलवे और ब्रॉडबैंड फोन, और कंट्रोल रूम के लिए हॉटलाइन की भी व्यवस्था है।
प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर भी ऐसे ही इंतजाम किए गए हैं। यहां छह स्थायी यात्री आश्रय केंद्र 2,400 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं, जहां 1,600 यात्री ट्रेन की प्रतीक्षा कर सकते हैं। स्टेशन पर एलईडी डिस्प्ले, वीडियो वॉल, और स्पीकर्स के माध्यम से यात्रियों को लगातार जानकारी दी जाएगी। विशेष कोच गाइडेंस सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों के साथ फेस रिकग्निशन तकनीक से सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
रेलवे ने भीड़ प्रबंधन के लिए वॉकी-टॉकी, मेगामाइक, और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था की है। दोनों स्टेशनों पर बनाए गए कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेंगे, और हर गतिविधि पर निगरानी रखने के लिए 360 डिग्री घूमने वाले पैन-टिल्ट-ज़ूम कैमरे लगाए गए हैं।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज और वाराणसी के बीच ट्रेनों की गति 110 किमी/घंटा तक बढ़ाई गई है। नवनिर्मित विद्युतीकृत रेल ब्रिज और डबल ट्रैक ने ट्रेन संचालन को और सुगम बना दिया है। वाराणसी मंडल ने इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए यात्री सहायता बूथ, चिकित्सा केंद्र, और खाद्य स्टॉल सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अशोक कुमार ने बताया कि महाकुंभ के लिए प्रतिदिन 200 से अधिक ट्रेनों का संचालन होगा, और श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना रेलवे की प्राथमिकता है।