इंजीनियर रवि मीणा
बस्सी :स्मार्ट हलचल|वाल्मीकि समाज बस्ती में महर्षि वाल्मीकि जी की प्रतिमा पर पुष्प व दीप प्रवजल के कार्यक्रमका शुभारंभ किया कार्यक्रम मुख्यवक्ता कालू सिंह ने जीवनी पर प्रकाश डाला ब्रह्मा जी के मानस पुत्र प्रचेता के दसवें पुत्र के रूप में वाल्मीकि जी पैदा हुए एक कॉलोनी जंगल से इनका अपहरण कर लिया था इनका नाम रत्नाकर रखा कॉल परिवार में होने के कारण संस्कार ना मिलने के कारण यह प्रारंभ में डाकू बने साधु संतों को भी पेड़ से बांधकर डाल दिया उन्हें लूटने का प्रयास किया उन्हें के उपदेश से इन्हें ज्ञान पैदा हुआ फिर घर परिवार छोड़कर यह साधु बने बाद में चलकर यह संस्कृत के प्रकांड विद्वान एवं आदि कवि बने जिन्होंने भगवान राम के जन्म से पहले ही संस्कृत भाषा में महर्षि वाल्मीकि रामायण की रचना किया हमें महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए व्यक्ति के जीवन का सुधार कभी भी हो सकता है गलत मार्ग से सही मार्ग पर अच्छी सतसंगत से आ सकता है इस अवसर पर किशन जागेटिया ,सुरेंद्र सिंह ,श्री राम सोमानी,सत्यनारायणु सिंह,विनोद सुखवाल,रमेश गौड़, सज्जन सैनी, श्याम लाल पंवार,सुनील माली राहुल हरिजन,सोनू चावला,दीपक साहू,श्री राम साहू,विशाल पंवार , गोपाल पंवार, बंशी लाल,रतन लाल,विशाल, प्रकाश ,राजू पंवार ,संजय ,कमलेश, अरूण पंवार आदि उपस्थित थे।


