(बजरंग आचार्य)
सादुलपुर,स्मार्ट हलचल|डिजिटल इंडिया के दौर में जहाँ तकनीक ने जीवन सुगम बनाया है, वहीं अब यह तकनीक आमजन के लिए सिरदर्द और आश्चर्य का विषय भी बनती जा रही है। ताज़ा मामला राजगढ़ नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के निजी सहायक सुनील कोठारी के साथ सामने आया है, जिसने सुरक्षा और तकनीक की विश्वसनीयता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
खड़ी गाड़ी का कट गया टोल
जानकारी के अनुसार, सुनील कोठारी की मारुति सुजुकी ऑल्टो (नंबर आरजे 18 सीबी 9148) पिछले काफी समय से उनके पिलानी स्थित निवास स्थान पर खड़ी है। गाड़ी पर धूल और उसकी स्थिति इस बात की गवाही दे रही है कि इसे लंबे समय से हिलाया तक नहीं गया है। लेकिन चौंकाने वाली बात तब हुई जब कल दोपहर को उनके मोबाइल पर एचडीएफसी फास्टैग का एक मैसेज प्राप्त हुआ। मैसेज के अनुसार, उनकी इस खड़ी गाड़ी का दिल्ली के पास टोपारिया प्लाजा पर ₹55 का टोल टैक्स कटा है।
जांच का विषय: कैसे हुई यह चूक?
यह घटना इसलिए गंभीर है क्योंकि बिना गाड़ी के वहां मौजूद रहे टोल का कटना किसी बड़ी तकनीकी गड़बड़ी या फिर ‘नंबर प्लेट क्लोनिंग’ की ओर इशारा करता है।
क्लोनिंग की आशंका: क्या कोई और वाहन इसी फर्जी नंबर प्लेट का उपयोग कर दिल्ली के आसपास घूम रहा है?
तकनीकी खामी: क्या टोल प्लाजा के कैमरों ने किसी अन्य नंबर को गलत पढ़कर कोठारी के खाते से पैसे काट लिए?
सुरक्षा पर सवाल: अगर कल को वह वाहन किसी अवैध गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है, तो निर्दोष वाहन स्वामी को अपनी बेगुनाही साबित करना मुश्किल हो सकता है।
पीड़ित हैरान, विभाग से स्पष्टीकरण की मांग
सुनील कोठारी ने इस मामले पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि जब गाड़ी घर की बाउंड्री से बाहर ही नहीं निकली, तो उसका दिल्ली के पास टोल कटना समझ से परे है। उन्होंने इस मामले में संबंधित बैंक और टोल अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराने की बात कही है ताकि भविष्य में किसी बड़ी परेशानी से बचा जा सके।
फिलहाल, पिलानी में खड़ी इस कार और दिल्ली में कटे टोल का यह ‘रहस्य’ चर्चा का विषय बना हुआ है।


