पुनित चपलोत
भीलवाड़ा (मांडल) // मांडल कस्बे में रविवार को थाने से महज 100 मीटर दूर एक दुकान पर आधा दर्जन बदमाशों ने एक दुकानदार पर हमला कर दिया। यह घटना लगभग 20 मिनट तक चली, लेकिन पास में पुलिस थाना होने के बावजूद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि रैगर मोहल्ला निवासी रामदेव रैगर अपनी दुकान पर काम कर रहे थे। तभी धुलखेड़ा क्षेत्र के बताए जा रहे करीब पांच से छह युवक वहां पहुंचे। पहले उनके बीच बहस हुई और फिर युवकों ने रामदेव पर हमला कर दिया।
आसपास मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन बदमाश लगातार मारपीट करते रहे। मारपीट में घायल रामदेव रैगर को पहले मांडल के उपजिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। गंभीर चोटों के कारण उन्हें आगे के उपचार के लिए रेफर कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि थाने से कुछ ही कदम की दूरी पर घटना होने के बावजूद पुलिस का मौके पर न पहुंचना गंभीर लापरवाही है। उनका कहना है कि यदि पुलिस समय पर पहुंचती तो आरोपी पकड़े जा सकते थे और पीड़ित की हालत इतनी गंभीर नहीं होती।
पीड़ित रामदेव रैगर ने मारपीट को लेकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हालांकि पुलिस द्वारा किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से कस्बे में रोष व्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने पुलिस से तुरंत आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


