माण्डलगढ़।स्मार्ट हलचल|नगर के पुलिस थाना परिसर में करंट से बचाव के लिए एक्सपर्ट विनोद शर्मा चौमू द्वारा थाने के सीएलजी सदस्यों व पुलिसकर्मियों की सयुक्त कार्यशाला आयोजित कर बिजली से करंट के बचाव एवं उपचार के बारे में विस्तार से जानकारियां दी। एक्सपर्ट विनोद शर्मा ने कार्यशाला में प्रेक्टिकल तौर पर बिजली करंट आने पर बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बिजली के खंभों को किसी भी हालत में छुए नही।
बिजली के खंभों से अपने मवेशियों को न बांधे व बिजली लाइनों के नीचे कोई भी प्रोग्राम न करें। नए भवनों से बिजली लाइनों की उचित दूरी बनाए रखें यदि
अगर खेत की मेड़ पर बिजली खंभा लगा है, तो उन से उचित दूरी रख कर ही जुताई करें। बिजली खंभे पर अगर स्पार्किंग हो रही हैं तो तुरंत अपने फीडर इंचार्ज जेईएन संबंधित सब स्टेशन पर सूचना देकर मरम्मत कराए।अगर बारिश में खंभे पर तेज स्पार्क हो रहा है और आसपास पानी भरा हुआ है, तो उस रास्ते से न जाए।
बिजली के तार किसी पेड़ के निकट से गुजर रहे हैं तो किसी भी स्थिति में उस पर चढ़ने से बचे। ट्रांसफार्मर, लाइनों पर बम्बू से या किसी और चीज से कुंडी नहीं डाले. हेवी लाइनों पर रिसाव होने से बड़ा हादसा हो सकता है।
किसी भी बड़े वाहन की छत पर यात्रा न करें एवं
बारिश की वजह से कोई लाइन ढीली पड़ गई हो या सड़क के ऊपर से नीचे होतो तुरंत अपने फीडर इंचार्ज, जेईएन या फिर सब स्टेशन पर सूचना दे।घर में बिजली से संचालित उपकरण अच्छी क्वालिटी के ही उपयोग करें।घर के अंदर बिजली फिटिंग में अर्थिंग जरूर कराएं व अपने उपकरण को उससे जोड़े रखे।अपने सभी स्विच, एमसीबी, इएलसीबी अच्छी क्वालिटी के इस्तेमाल करें। बगैर जानकारी के किसी भी उपकरण को छुने या खोलने से बचे।
खेत की बाउंड्री तारों को बिजली के पोल से नहीं लगाए। बारिश के मौसम से हुई नमी के कारण जमीन पर करंट आने की संभावना ज्यादा होती है. इसलिए ट्रांसफॉर्मर, पोल लाइन, तार से दूर रहे। एक्सपर्ट शर्मा ने बताया कि बिजली चमकने गडगडाने पर बाहर खुले आसमान में न जाए व बिजली तार उपकरण को नहीं छुए। कोई व्यक्ति बिजली के संपर्क गिरफ्त में आ गया है, तो तुरंत उसे बचाने के लिए सम्बन्धित फीडर की बिजली सप्लाई तत्काल बन्द करें व अपने आप को सुखी जगह पर होना सुनिश्चित करें लेकिन फिर भी कोई करंट आने पर बिजली से चिपका हुआ है तो लकड़ी के सूखे डंडे से उसे धीरे से अलग करें। वह घायल है तो तत्काल प् उपचार के लिए अस्पताल ले जाए और यदि वह मर गया है तो सीपीआर तकनीक से उसके प्राण बचाए जा सकते है। कार्यशाला के दौरान सीआई घनश्याम मीणा,व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष केपी सिंह सहित अन्य सीएलजी सदस्य एवं पुलिसकर्मियों ने कार्यशाला में बिजली से करंट आने पर बचाव की आसान विधियां सीखी।


