मांडल — कस्बे का ऐतिहासिक नाहर नृत्य और रंग तेरस शनिवार को मनाया जायेगा। इस दिन पुरे कस्बे के घरो में मेहमानो का ताँता लगा रहता है। दिन में सभी मिलकर जमकर रंग और गुलाल से होली खेलेंगे दोपहर में बादशाह और बेगम की सवारी निकलेगी जो तहसील परिसर में तहसीलदार को रंग खिला सम्पन्न होगी। इसके बाद शाम को कस्बे के बड़े मंदिर चोक और दशहरा चोक में नाहर नृत्य का आयोजन होगा जिसे देखने के लिए कस्बे के और आसपास के गाँवो के हजारो लोगो की भीड़ इक्कठा होगी। पिछले 400 सालो से भी ज्यादा समय से नाहर नृत्य की परम्परा चली आ रही है जो अभी तक भी जारी है। नाहर नृत्य और रंग तेरस का त्यौहार कस्बेवासी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते है सभी घरो में गुलाब जामुन और बेसन की चक्की के साथ अन्य कई तरह के पकवान बनाये जाते है। और नाहर नृत्य देखने के लिए अपने अपने परिचितों को निमन्त्रण देकर बुलाया जाता है।