मुकेश खटीक
मंगरोप।कस्बे में चम्बल विभाग की मनमानी इन दिनों लोगों के लिए मुसीबत बन गई है।करोड़ों रुपए की लागत से बनी गुरला से मांडलगढ़ मेगा हाइवे और लाखों की लागत से बनी आंतरिक सड़कों को विभाग ने जगह-जगह खोदकर उनकी खूबसूरती और मजबूती दोनों बिगाड़ दी है।ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खटीक मोहल्ले से ग्रिड स्टेशन रोड तक बनी सड़क,जो लोगों की करीब 27 साल की लंबी मांग और कठिन संघर्ष के बाद तैयार हुई थी,उसे चम्बल विभाग ने कई स्थानों से खोद डाला।यही नहीं,हाल ही में मेगा हाइवे से गुजर रही चम्बल की मुख्य पाइपलाइन भारी वाहनों की आवाजाही से क्षतिग्रस्त हो गई थी।मरम्मत के नाम पर विभागीय ठेकाकर्मियों ने सड़क पर बड़ा गड्ढा खोद दिया,जिसे अब तक भरा नहीं गया।इसके कारण मेगा हाइवे पर यातायात प्रभावित हो रहा है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि चम्बल विभाग ने जलापूर्ति के लिए घटिया पाइपलाइन बिछाई है,जो बार-बार फूट जाती है।मरम्मत के लिए विभाग गांव में करीब आधा दर्जन जगह पर गड्ढे खोदकर उन्हें आनन फानन में भरकर छोड़ देता है,जिससे नई सड़क का वास्तविक स्वरूप बिगड़ गया है।इससे साफ है कि यह सड़क अब लंबे समय तक टिकाऊ नहीं रह पाएगी।लोगों का कहना है कि विभाग की लापरवाही से करोड़ों की लागत से बनी सड़कें बर्बाद हो रही हैं। यदि यही हालात रहे तो भविष्य में ग्रामीणों को फिर से सड़क निर्माण के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और सरकार से मांग की है कि चम्बल विभाग की इस मनमानी पर तुरंत अंकुश लगाया जाए,घटिया पाइपलाइन की जांच हो तथा क्षतिग्रस्त सड़कों की तत्काल मरम्मत कराई जाए,ताकि लोगों को स्थायी राहत मिल सके।