आपात स्थिति में जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के हेल्पलाइन न. 01482-232671 पर करें संपर्क
भीलवाड़ा, 06 जुलाई। जिला कलक्टर श्री नमित मेहता ने कहा कि जिले में वर्षा के दौरान आमजन को कोई भी समस्या ना हो इसके लिए अधिकारी अलर्ट मोड पर रहे।
श्री नमित मेहता सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के वीसी कक्ष से शनिवार को जिले के उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों, विकास अधिकारियों, नगर निकाय के अधिकारियों, शिक्षा, चिकित्सा तथा पेयजल विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी सम्बंधित विभाग आपदा के समय कोई जनहानि नहीं हो इसके लिए आवश्यक तैयारियों के साथ पूरी तरह से मुस्तैद रहें। सभी विभाग आपसी समन्वय से स्थिति की निगरानी रखे और फील्ड ऑफिसर्स अलर्ट मोड पर रहें।
श्री मेहता ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संभावित भारी वर्षा के लिए सतर्क एवं तैयार रहना है मौसम के पूर्वामानों की बारिकी से निगरानी करना और तद्नुसार आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा की जल भराव को रोकने एवं शहरी क्षेत्रों में बाढ के जोखिम को कम करने के लिए सभी अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करें साथ ही उन्होंने आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभाग बिजली, स्वास्थ्य एवं पीएचडी विभाग को त्वरित कार्यवाही कर आमजन को राहत पहुंचाने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने कहा कि मानसून के दौरान स्थापित कंट्रोल रूम में पंजिका का संधारण करें तथा पर्याप्त स्टाफ की नियुक्ति करें तथा प्राप्त होने वाली शिकायतों पर तुरंत एक्शन लेवें। क्षेत्र में जर्जर भवनों, मकानों की लिस्टिंग करें, वहां के निवासियों को अन्यत्र शिफ्ट करें। जहां बिजली से किसी प्रकार के खतरे की संभावना हो वहां चेतावनी बोर्ड लगाए। लोकल टीम से आवश्यक प्रबंध किए जाने व कार्यवाही के संबंध में रिपोर्ट लेवे तथा स्थिति का उपखंड अधिकारी स्वयं अवलोकन करें। नालो को ढकवाने तथा उन पर अस्थाई बैरिकेडिंग के भी निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि जर्जर भवनों में बच्चों की क्लास नहीं ली जावे यह सुनिश्चित करें। जिला कलेक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अरूणा गारू को स्कूल में पानी की टंकियों की साफ सफाई के लिए निर्देशित किया। विद्यालय के छात्र-छात्राएं भारी बारिश में बाहर न निकले इसके लिए प्रार्थना सभा में जानकारी दिए जाने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) श्री रतन कुमार ने उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश के दौरान संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है। इसके लिए चिन्हित स्थानों पर पर्याप्त टीम लगाई जाएं। इस दौरान सभी उपखंड अधिकारियों से कन्टिजेंसी प्लान की पालना रिपोर्ट की जानकारी ली गई। बाढ़ से बचाव के लिए तहसील स्तरीय कार्यालय में आपात स्थिति से बचाव के लिए संसाधनों रस्सों, रेट के कट्टों, नाव, टॉर्च, मडपंप आदि की उपलब्धता के निर्देश दिए गए। पीएचईडी के अधिकारी को स्वच्छ पेयजल की सप्लाई के संबंध में निर्देश दिए गए। आपात स्थिति में जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के हेल्पलाइन नंबर 01482-232671 की जानकारी दी गई।
*जनआंदोलन के रूप में सघन वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के दिए निर्देश*
सघन वृक्षारोपण अभियान की समीक्षा के दौरान जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों से कहा कि 10 जुलाई तक सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाए, साथ ही यह सुनिश्चित करें कि लगाएं गए पौधे की जियो टैगिंग अवश्य हो। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री शिवपाल जाट ने जन आंदोलन के रूप में आमजन के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान की सफल क्रियान्विति के निर्देश दिए।
*स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन एवं ओडीएफ प्लस ग्रामों की प्रगति की समीक्षा*
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में किये जा रहे हैं स्वच्छता कार्यों की स्थिति पर विस्तृत समीक्षा की गई। जिसमें ओडीएफ प्लस गांव की संख्या बढ़ाने के लिये संबंधित अधिकारियों को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के लिये निर्देशित किया गया। जिला कलक्टर ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में रायपुर, बदनोर, करेड़ा, मांडल, सुवाणा तथा कोटड़ी ब्लॉक की प्रगति कम पाएं जाने पर नाराजगी जताते हुए बीडीओ को अपेक्षित प्रगति सुधार के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने उपखंड अधिकारियों को भी नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला मुख्यालय से नगर परिषद आयुक्त श्री हेमाराम चौधरी, सीएमएचओ डॉ सीपी गोस्वामी, एडीपीसी समग्र शिक्षा श्री योगेश चन्द्र पारीक, एसबीएम डीपीएम दिनेश चौधरी सहित बिजली, पीएचईडी के अधिकारी मौजूद रहे।