बूंदी- स्मार्ट हलचल|जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने बुधवार को जिला चिकित्सालय परिसर में चल रहे विभिन्न महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सा सेवाओं से जुड़े प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता पर रखते हुए समय सीमा में और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन ब्लॉक का भी जायजा लिया। उन्होंने संबंधित ठेकेदार को श्रमिकों की संख्या तत्काल बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि निर्माण कार्य निर्धारित समय पर पूरा हो सकें। उन्होंने कहा कि काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गुणवत्ता से समझौता करने पर संबंधित संवेदक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद जिला कलक्टर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल परिसर में बेतरतीब ढंग से झूल रहे बिजली के तारों के संबंध में निर्देश दिए कि इन्हें केसिंग (कवर) के माध्यम से व्यवस्थित करवाया जावें। साथ ही, अस्पताल में चल रहे रंग-रोगन के काम के बाद संबंधित स्थान की अच्छी तरह से सफाई सुनिश्चित की जावें।
इस दौरान उन्होंने ब्लड बैंक यूनिट का निरीक्षण किया। जिला कलक्टर ने ब्लड कंपोनेंट यूनिट, स्टोरेज यूनिट और स्टाफ ट्रेनिंग के लिए स्थापित किए गए नए उपकरणों का जायजा लिया। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एल.एन. मीणा को निर्देश दिए कि सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा कर ब्लड बैंक यूनिट की कंपोनेंट यूनिट को जल्द से जल्द शुरू किया जाएं ताकि जिले के मरीजों को इसका लाभ मिल सकें। उन्होंने न्यू रेजिडेंट हॉस्टल के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
गुणवत्ता के साथ कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
जिला कलक्टर ने खेल संकुल और नवल सागर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने खेल संकुल में निर्माणाधीन मल्टीपरपज इंडोर हॉल का जायजा लिया और काम को शीघ्र पूरा करने के साथ-साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने नवल सागर में पर्यटन विकास के लिए लगाए जा रहे लाइट और फाउंटेन कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि जल्द ही टेस्टिंग पूरी कर इसका संचालन शुरू किया जाएं। साथ ही, भविष्य की समस्याओं से बचने के लिए अंडरग्राउंड केबल बिछाने में सभी तकनीकी पहलुओं का ध्यान रखा जावें।
इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एल.एन. मीणा, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक आर.के. राजोरिया, सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेम शंकर सैनी, आरएसआरडीसी के सहायक अभियंता सुरेन्द्र गुर्जर सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।