मंडावर में आयोजित राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर हाट बाजार की आड में आयोजक ने लगायें बडे और खतरनाक झूले
नीरज मीणा
मंडावर।स्मार्ट हलचल/ गढ रोड स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान पर ईन दिनो राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर हाट बाजार का आयोजन संचालित है। जिसके कारण कस्बे वासियों को इस आयोजन के चलते खेल मैदान पर नियमित मार्निंग वाँक करने बच्चो व युवाओं को खेल मैदान पर खेलने कूदने व व्यायाम तथा एक्सरसाईज आदि करने जैसी गतिविधियो से वंचित रहना पड रहा है। वहीं राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर हाट बाजार के आयोजक ने खेल मैदान हाट बाजार लगाने की अनुमति स्थानीय प्रशासन से मांगी थी ।जिसके अनुसार उक्त हाट बाजार व मेगा ट्रेड फेयर का वास्तविक अर्थ यह है कि (एक व्यापार मेले को आम तौर पर अन्य व्यापार कार्यक्रमों की तुलना में बडी संख्या में प्रतिभागियों या संबंधित उघोग को एक साथ लाने वाले कार्यक्रम के रूप में एक साथ देखा जा सकता है।) जबकि खतरनाक झूलों को लगाने की स्वीकृति या अनुमति नही मांगी गई । लेकिन आयोजक द्वारा बडे व खतरनाक झूलो को लगाकर उन्हे आमजन हेतु संचालित कर बिना पुख्ता सुरक्षा इंतजामो के खतरनाक झूलो पर आमजन को बेखौफ झूलाया जा रहा है ।साथ ही उक्त मेगा ट्रेड फेयर हाट बाजार स्थल पर सुरक्षा की दृष्टि से आमजन के प्रवेश करने व निकास के द्वार भी अलग-अलग नहीं है केवल एक ही मुख्य द्वार से आमजन हेतु प्रवेश व निकास की सुविधा है । जो किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना या अनहोनी होने पर आमजन के लिये अलग से कोई आपातकालीन रास्ता भी नहीं रखा गया है।वही खेल मैदान के पास से ही गुजर रही विधुत लाईन के पास ही आयोजक द्वारा विशाल खतरनाक झूले भी लगा दिये गये है। तथा मेगा ट्रेड फेयर हाट बाजार स्थल पर आगजनी जैसी घटना घटित हो जाने पर आग बुझाने के लिये कोई सक्षम या बडा सयंत्र भी मौजूद नहीं है। केवल खानापूर्ति हेतु कुछ छोटे कार्बनडाई ऑक्साईईड गैस के सिलैन्डर आगजनी जैसी भयावह घटनाओ से निपटने के लिये रखे गये है। जो कि किसी भी प्रकार की भीषण आगजनी की घटना से निपटने के लिये शायद पर्याप्त नही है।वहीं उक्त स्थल पर इस भीषण गर्मी व हीट वेव तथा नौतपा के समय की गर्मी से तथा खतरनाक बडे झूलों से आमजन के साथ किसी भी प्रकार की कोई दुर्घटना होने की स्थिति में आयोजक द्वारा परिसर में किसी भी प्रकार की आपातकालीन सहायता हेतु एम्बूलेन्स या चिकित्सा के संसाधनो की कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है।तथा हाट बाजार परिसर में आने वाली महिलाओ व युवतियो तथा पुरुषो व बच्चो के लिये हाट बाजार परिसर में किसी भी प्रकार के अस्थायी टॉयलेट की भी कोई व्यवस्थाये नही की गई है। साथ ही हाट बाजार संचालित होने के दौरान यहाँ आने वाली महिलाओ व युवतियो की सुरक्षा को देखते हुये केवल स्थानीय थानें के एक या दो पुलिसकर्मी ही तैनात रहते है जो कि मेला समय मे होने वाली भारी भीड को देखते हुये उसे नियंत्रित करने हेतु शायद पर्याप्त नही है।तथा हाट बाजार के मुख्य द्वार के पास ही खुले में ही विधुत विभाग का एक बडा ट्रांसफार्मर भी लगा हुआ है जो उसके समीप ही आयोजक द्वारा गाडियों की पार्किंग की व्यवस्था रखी गई है। हाट बाजार मे आने वाले आमजन के दो पहिया व चौपहिया साधनो को आयोजक द्वारा निर्धारित पार्किंग शुल्क लेकर खडा कराया जाता है। उक्त विधुत ट्रांसफार्मर के कारण कभी भी भूलवश किसी भी प्रकार का बडा हादसा होने का खतरा भी बना ही रहता है। तथा आयोजक द्वारा हाट बाजार में आमजन को इस हीट वेव व नौतपा की भीषण गर्मी में पीने के पानी की कोई निशुल्क सुविधा भी नहीं की गई है। साथ ही लगाये गये बडे व खतरनाक झूलों का सुरक्षा प्रमाण पत्र व खान-पान की वस्तुओं का भी उचित मानक प्रमाण पत्र भी मेला आयोजक के पास शायद ही उपलब्ध है। साथ ही उक्त मेला शाम चार बजे से रात्रि दस बजे तक चालू रहने के दौरान यहाँ मेला परिसर के बाहर आम रास्ते पर खाने पीने की स्टॉलो व चार पहिया सहित दो पहिया साधनो की भीड हो जाने से अक्सर रास्ता जाम हो जाता है। जिससे वहाँ होकर गुजरने वाले लोगो व अन्यत्र हेतु गुजरने वाले साधनो को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।वहीं आयोजित हाट बाजार परिसर में शाम को बाजार संचालित होने के समय पर महिलाओ व युवतियों को परेशान करने के इरादे से कुछ मनचले भी वहाँ प्रवेश कर जाते है ।तो उनके द्वारा भी किसी भी प्रकार की घटना घटित करने पर उनसे निपटने के लिये भी आयोजक द्वारा किसी प्रकार के सुरक्षा की दृष्टि से गार्डो की व्यवस्था भी अलग से नही की गई है ।