परंपरा, व्यापार, खेल और लोक सौहार्द का अनुपम संगम,युवाओं को संस्कार और समाज को एकजुट करने का संदेश
मेले होते हैं संस्कृति के उज्ज्वल दीपस्तंभ – उपखंड अधिकारी श्रीकांत व्यास का प्रेरक संदेश
लाम्बिया कलां में चार दिवसीय भेरुनाथ पशु मेले का भव्य, शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण समापन
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)भारतीय लोकजीवन की धड़कनों में बसा उत्सव, परंपरा की रंगत और विश्वास की सौंधी महक ये सब एक साथ देखने को मिले क्षेत्र के ग्राम लाम्बिया कलां में आयोजित चार दिवसीय भेरुनाथ पशु मेले में। भगवान भेरुनाथ के पावन आशीर्वाद से संपन्न हुए इस मेले का समापन शनिवार को उपखंड अधिकारी श्रीकांत व्यास के मुख्य अतिथि के रूप में और रायला थाना प्रभारी बृजराज चौधरी की अध्यक्षता में गरिमामय समारोह के साथ हुआ।
श्रीकांत व्यास ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा, “मेले केवल व्यापारिक गतिविधि नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति के वाहक हैं। यह उन लोक उत्सवों में से हैं जो पीढ़ियों को जोड़ते हैं, समाज में विश्वास और सहकार का संचार करते हैं तथा हमारी जड़ों से हमें जोड़े रखते हैं। ग्राम पंचायत लाम्बिया कलां द्वारा आयोजित यह मेला भारतीय परंपरा के संरक्षण और संवर्धन की अनमोल मिसाल है।”
उन्होंने युवाओं को नशे जैसी प्रवृत्तियों से दूर रहकर स्वस्थ जीवन अपनाने का संदेश दिया और उन्हें समाज की शक्ति बनने के लिए प्रेरित किया।
थाना प्रभारी बृजराज चौधरी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि ऐसे आयोजन सामाजिक समरसता, अनुशासन और परस्पर सहयोग की भावना को प्रबल करते हैं। उन्होंने मेले की शांतिपूर्ण समाप्ति पर आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया।
मेला समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष परमेश्वर पारीक ने कहा कि प्रशासन, पुलिस, ग्रामीणों और स्वयंसेवकों का सहयोग ही इस आयोजन की सफलता का आधार रहा। उन्होंने सभी का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह मेला स्थानीय सांस्कृतिक जीवन का गौरव है।
ग्राम पंचायत की प्रशासिका विष्णु देवी पारीक ने बताया कि मेले में पशु क्रय-विक्रय के साथ-साथ भक्तों के लिए कवि सम्मेलन, साइकिल दौड़, घुड़दौड़ प्रतियोगिता तथा अन्य मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इससे यह मेला न केवल व्यापार का, बल्कि सामाजिक मिलन और सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र बन गया।
ग्राम विकास अधिकारी हेमंत वैष्णव ने प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित किए। घुड़दौड़ में प्रथम स्थान शिवराज गुर्जर (मोती बोर का खेड़ा) और द्वितीय स्थान नारायण जाट (मेघरास) ने प्राप्त किया, जबकि साइकिल दौड़ में प्रथम स्थान निर्मल जाट (इरास, रायला) और द्वितीय स्थान रामदेव भील (जसवंतपुरा) ने हासिल किया। विजेताओं को सम्मानित कर उनका उत्साह बढ़ाया गया।
मीडिया प्रभारी सुरेंद्र खटीक को उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मंच संचालन अरविंद पारीक तथा संयोजन कन्हैयालाल पारीक ने बखूबी निभाया।
समापन अवसर पर भगवान भेरुनाथ की ध्वजपता का अवरोहण कर मेले का विधिवत समापन किया गया। इस अवसर पर सुवालाल गुर्जर, नरेंद्र सिंह, आरिफ मोहम्मद, भंवर गोरा, महादेव गुर्जर, शौकत खां, राज सिंह राजपूत, मोतीलाल जाट, सत्यनारायण जाट, रामस्वरूप वैष्णव, घीसू सेन, नारायण जाट, जसराज जाट, लादूलाल जाट, हेमराज जाट, बद्रीलाल जाट सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।


