बूंदी – स्मार्ट हलचल|ग्राम पंचायत रियाणा के किसानों के खेतों में भरे हुए पानी को निकालने हेतू वह स्थाई ड्रेन बनाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोपा । ज्ञापन में लिखा है कि किसान ग्राम पंचायत रियाणा तहसील रायतल के काश्तकार हैं । काश्तकार हर वर्ष की भाती भी इस वर्ष भी सब काश्तकारो के द्वारा करीब 800 से 850 बीघा भूमि में भरे हुए पानी को निकालने हेतु काश्तकारो के द्वारा पहले भी तहसीलदार को तहसील रायतल में आवेदन पेश किया था जिस पर तहसीलदार रायतल द्वारा मौके पर जाकर खेतों में भरे हुए पानी को निकालने के लिए आम रास्ते में जेसीबी की मदद से तीन जगह पर कट लगाया था जिससे पहले ब्लॉक के किसानों के खेतों के पानी कि निकासी होने लग गई थी लेकिन दूसरे ही दिन दूसरे ब्लॉक के प्रभावशाली किसानों ने आम रास्ते में लगे वक्त कटो को बंद कर दिया जिसके कारण पहले ब्लॉक के किसानों की करीब 800 बीघा दान की पक्की हुई फसल को काटना नामुमकिन हो गया है । धान की फैसले करीब 4 माह की हो गई है तथा फसल को यदि समय पर नहीं काटा गया तो किसानों को भयंकर हानि होने की संभावना है तथा किसानों के रोजी-रोटी भी फसलों से ही चलती है जब तक किसानों के खेतों से पानी का निकास नहीं होगा जब तक किसान रवि की फसल नहीं बोह सकेगा ग्राम पंचायत रियाणा के किसानों के द्वारा कलेक्टर को खेतों में भरे पानी समस्या के रियाणा पंचायत से बाबूलाल हर्षल , रामदेव हर्षल, रामकिशन हर्षल, पन्नालाल हर्षल, सांवरिया ,प्रेम शंकर , बुद्धि प्रकाश , नरेश , भंवरलाल, रामहेत, भरत कुमार, लेखराज हर्षल आदि पानी कि समस्या से अवगत करवाया । यदि कलेक्टर ने पानी की समस्या का निवारण नहीं करवाया तो रियाणा पंचायत के किसानों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।


