प्रशासन को 15 दिन का समय -दी खुली चुनौती
शशिकांत शर्मा
स्मार्ट हलचल।वैर उपखंड के भौड़ागांव रायपुर पर खनन के खिलाफ पिछले 23 दिनों से धरना प्रदर्शन पर बैठे किसान व पशुपालकों ने आज तकरीबन 4 किलोमीटर पैदल मार्च कर उपखंड अधिकारी के कार्यालय पहुंचकर 14 सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर प्रशासन को 15 दिन का समय देते हुए खुली चुनौती दी।
बताते चलें उपखंड के भोंडागांव- रायपुर में पिछले 17 दिसंबर से क्षेत्र के किसान व पशुपालक अतर सिंह भड़ाना के खनन के खिलाफ धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए है। किसान एवं पशुपालकों का कहना है कि अपनी लीज की आड़ में 252 बीघा चारागाह को नष्ट कर दिया है तथा जगह-जगह रास्ते निकाल कर चारागाह भूमि को लगभग नष्ट कर दिया है। उक्त मांगों को लेकर किसान एवं पशुपालक 17 दिसंबर से खुले आसमान के तले हाड़ कंपकंपादेने वाली ठंड में बैठे हुए हैं।आज किसान एवं पशुपालकों ने अनशन के 23वें दिन बड़ी पंचायत आयोजित की तथा तथा धरना स्थल से तकरीबन 4 किलोमीटर पैदल चलकर उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचकर उपखंड अधिकारी को 14 सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर कर प्रशासन को 23 जनवरी तक का समय दिया है। साथ प्रशासन को खुली चुनौती दी है। अनशनकारियों का स्पष्ट कहना है
क्या है अनशनकारियों की मांग
भौंडागांव -रायपुर अनशनकारियों ने आज उपखंड मजिस्ट्रेट एवं सचिन यादव को ज्ञापन सौंप कर निम्न मांग रखी
अनशनकारियों ने लिखा है कि 252 बीघा चरागाह से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं करने तथा श्रेष्ठतम तकनीक से चारागाह भूमि की पैमाइश। खननकर्ता द्वारा 8 हेक्टेयर चारागाह भूमि के साइन बोर्ड की उचित जांच, भैरव मंदिर के पास खनन बंद, रियासत कालीन पोखर की खुदाई व पेमाइश, ब्लास्टिंग से खराब हुए डीपबोर की भरपाई, चारागाह से नष्ट किए गए पेड़ पौधों को पुनः लगाने, अनशन के दौरान अनशनकारियों पर दर्ज मकदमे में एफ आर तथा ओवरलोड बिना नंबर प्लेट के चल रहे बहनों पर सख्त कार्रवाई। की मांग करते हुए 23 जनवरी तक समस्या का समाधान करने अन्यथा धरना प्रदर्शन के उग्र रूप धारण करने की खुली चुनौती दी है।इस दौरान अनशन जारी रहेगा। उपखंड अधिकारी सचिन यादव द्वारा बताया गया की स्थानीय प्रशासन की ओर से इनकी मांगे हैं जो नियम अनुसार है वो तो हम पूरी करवा देंगे। लेकिन सरकार से संबंधित है बहुत सी मांगे कलेक्टर के माफत भिजवा देंगे बाकि जो भी सरकार निर्णय लेगी उसकी पालना कर देंगे।