भीलवाड़ा । भीलवाड़ा चितौड़गढ़ जिले की बॉर्डर पर स्थित विश्व विख्यात मेनाल का जल प्रपात शुरू हो गया है । रविवार के दिन अवकाश होने के कारण झरने को देखने के लिए सेलानियो की भीड़ देखने को मिली हालाकी इस बार मानसून की बारिश में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष झरना देरी से शुरू हुआ लेकिन 150 फिट की उंचाई से गिरता झरना आकर्षण का केंद्र बन गया । इस पर्यटन स्थल के मंदिर भी स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने है । इनका निर्माण 12वी – 13वी शताब्दी में हुआ था । यहां का जल प्रपात लगभग छोटे बड़े 20 मंदिरो के निकट प्रवाहित होता है । जिसकी जलधारा लगभग 150 फिर गहरी घाटी में गिरती है जिससे मनोहारी दृश्य बनता है यहां चारो ओर फैली हरियाली पर्यटकों को खासी लुभाती है । वही मेनाल से 15 किलोमीटर की दूरी पर जोगणिया माता का प्रसिद्ध शक्ति पीठ है । मेनाल आने वाले सैलानी माता के दरबार में भी मत्था टेकने जाते है । हर साल यहां लाखो की तादात में सैलानी और माता के भक्त पहुंचते है ।