पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना हैं- मेरा पंडित भजनलाल से कोई विरोध नहीं है, ना सरकार से कोई विरोध है। मेरी आम जनता के साथ सहानुभूति है। सरकार को जनता की सुध लेनी चाहिए। सरकार को जनता के काम को टॉप प्रायोरिटी पर लेना चाहिए।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत रविवार देर रात अपने 2 दिन के दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे थे। सोमवार को उन्होंने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा- आमतौर पर अब तक जो सरकार बनती आई है, उसको लेकर लगभग 3 साल बाद पब्लिक में सरकार विरोधी लहर होती है। लेकिन प्रदेश में यह पहली बार हुआ है, जब सरकार बनने के साथ ही विरोध शुरु हो चुका है।
लोगों के काम नहीं हो रहे हैं, कइयों के काम अटके पड़े हैं, क्राइम बढ़ता जा रहा है, पूरे प्रदेश में भय का माहौल है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ये स्थिति प्रदेश के लिए अच्छी नहीं है। उन्होंने सीएम भजनलाल को नसीहत दी की वो अपने साथ कोई सलाहकार रखें, जो उन्हें सही राय दें।
गहलोत ने कहा- प्रदेश के हालात काफी बदतर है, वो चाहे तो मेरी वीडियो क्लिप को अपने लैपटॉप पर चला कर देख ले। मेरी भजनलाल सरकार से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। लेकिन मेरी प्रदेश की जनता के साथ सहानुभूति है। जब भी कोई नया सीएम बनता है तो उसे तौर तरीके पता नहीं होते हैं, लेकिन साल डेढ़ साल में तो उसे काफी कुछ सीख लेना चाहिए। उन्हें सीएम बने 2 साल होने को है, लेकिन प्रदेश की जनता में गवर्नमेंट को लेकर एंटी इनकैबेसी स्टार्ट से ही है। सरकार को आमजन की पीड़ा समझनी चाहिए, प्रदेश के हालात बिगड़ते जा रहे हैं मेरा पंडित भजनलाल से कोई विरोध नहीं है, ना सरकार से कोई विरोध है, राजस्थान ने पनप रहा माफिया राज , करप्शन –अशोक गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना हैं- मेरा पंडित भजनलाल से कोई विरोध नहीं है, ना सरकार से कोई विरोध है। मेरी आम जनता के साथ सहानुभूति है। सरकार को जनता की सुध लेनी चाहिए। सरकार को जनता के काम को टॉप प्रायोरिटी पर लेना चाहिए।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत रविवार देर रात अपने 2 दिन के दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे थे। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा- आमतौर पर अब तक जो सरकार बनती आई है, उसको लेकर लगभग 3 साल बाद पब्लिक में सरकार विरोधी लहर होती है। लेकिन प्रदेश में यह पहली बार हुआ है, जब सरकार बनने के साथ ही विरोध शुरु हो चुका है।
लोगों के काम नहीं हो रहे हैं, कइयों के काम अटके पड़े हैं, क्राइम बढ़ता जा रहा है, पूरे प्रदेश में भय का माहौल है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ये स्थिति प्रदेश के लिए अच्छी नहीं है। उन्होंने सीएम भजनलाल को नसीहत दी की वो अपने साथ कोई सलाहकार रखें, जो उन्हें सही राय दें।
गहलोत ने कहा- प्रदेश के हालात काफी बदतर है, वो चाहे तो मेरी वीडियो क्लिप को अपने लैपटॉप पर चला कर देख ले। मेरी भजनलाल सरकार से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। लेकिन मेरी प्रदेश की जनता के साथ सहानुभूति है। जब भी कोई नया सीएम बनता है तो उसे तौर तरीके पता नहीं होते हैं, लेकिन साल डेढ़ साल में तो उसे काफी कुछ सीख लेना चाहिए। उन्हें सीएम बने 2 साल होने को है, लेकिन प्रदेश की जनता में गवर्नमेंट को लेकर एंटी इनकैबेसी स्टार्ट से ही है। सरकार को आमजन की पीड़ा समझनी चाहिए, प्रदेश के हालात बिगड़ते जा रहे हैं, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है ।


