मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर गंदगी से अटे पड़े शौचालय,
महिला यात्रियों को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना।
मेड़ता रोड
एजाज़ अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/जहां एक और रेलवे प्रशासन रेल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने का वादा कर रहा है। वही मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन यात्री सुविधाओं को तरसता नजर आ रहा है। मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा स्थिति बद से बद्तर शौचालयों की बनी हुई है।इन शौचालयों में कई-कई दिनों तक सफाई भी नहीं होती है जिसके कारण यह शौचालय यात्री सुविधाओं को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं। शौचालय में पसरी पड़ी गंदगी के कारण सबसे ज्यादा परेशानियां महिला यात्रियों को उठानी पड़ रही है। इसके साथ ही प्लेटफार्म संख्या एक व दो पर पसरी गंदगी भी रेलवे स्टेशन पर हो रही असुविधाओं पर चार चांद लगा रही हैं। हमारे मेड़ता रोड संवाददाता एजाज अहमद उस्मानी जब मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो उन्होंने वहां पर फैली गंदगी को अपने कमरे में कैद किया। इस दौरान वहां पर अप-डाउन करने वाले यात्रियों ने बताया कि मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल का सबसे बड़ा जंक्शन होने के बावजूद भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। यात्रियों ने बताया कि यहां पर ना तो पूर्ण रूप से साफ सफाई है और ना ही पीने हेतु शीतल जल। ऐसे में यात्रियों को महंगे भाव का बोतल बंद पानी खरीदना पड़ रहा है। जो मध्यम वर्ग के यात्रियों के लिए महंगा साबित हो रहा है।यात्रियों ने बताया कि जिन प्याऊओं में वाटर कूलर लगे हुए हैं उनमें से भी अधिकतर बंद ही नजर आ रहे हैं। यात्रीयों ने यह भी आरोप लगाया कि स्टेशन पर पेय पदार्थ बेचने वाले प्याऊ पर लगे वाटर कूलरों को बंद कर देते हैं जिससे उनके पानी की बोतलें अधिक बिक सके। हालांकि हमारे संवाददाता ने जब यात्रियों की बात को सुनकर प्याऊ पर लगे सभी वाटर कलरों को जांचा तो शीतल जल के तहत लगाए गए यात्रियों के आरोप बेबुनियाद निकले। हालांकि प्लेटफार्मों पर गंदगी अवश्य पसरी पड़ी मिली। इसके साथ ही प्लेटफार्म पर यात्रियों के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं होना भी यात्रियों के लिए एक बड़ी परेशानी साबित हो रही है। रेलवे विभाग को चाहिए कि मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को हो रही परेशानियों को समझते हुए शीघ्र कार्यवाही अमल में लाई जाने की आवश्यकता है।