जुझारू कार्यकर्ता के साथ अभिनय की कला मे माहिर थे पांडेय,जमीनी कार्यकर्ता के रूप मे थी पहचान
. लखन झांझोट
लाखेरी.स्मार्ट हलचल/अपनी बेबाकी ओर स्पष्टवादिता के लिए पहचान रखने वाले देवकीनन्दन पांडेय को एक जुझारू कार्यकर्ता बनाने मे बडे नेताओ के सानिध्य ने बडी भूमिका निभाई ।वे बचपन से ही बडे नेताओ के साथ समस्याओं के लिए जूझने लगे थे।यही कारण रहा कि जब वे किशोर अवस्था तक पहुंचे तो समस्याओं को लेकर उनके बागी तेवर नजर आने लगे थे। यह बात उनके करीबी साथियो ने शहर के विजय गेट पर हुई शोक सभा मे कही।पांडेय जी का निधन होली के दिन एक सडक हादसे मे हो गया था।वे भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता रहे।पांडेय जुझारू कार्यकर्ता के साथ एक संवेदनशील कलाकार भी रहे।उन्होंने बचपन से ही नृसिंहलीला व रामलीला मे कई किरदारो को लेकर बेहतरीन अभिनय किया।नृसिंह लीला मे भक्त प्रह्लाद के साथ ऋषि भृगु के अभिनय की लोग आज भी सराहना करते है।यही नही रामलीला मे सीता की भूमिका मे उन्होने लंबे समय तक अभिनय किया। पांडेय की संवाद बोलने की शैली पर खुब दाद मिलती थी।भाजपा मे एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप मे वे बचपन से ही जुडे रहे।
शोक सभा आयोजित कर स्वर्गीय देवकीनंदन पांडेय को दी श्रद्धांजलि:-
भाजपा के वरिष्ठ नेता देवकीनंदन पांडे की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने से पूरे शहर में शोक की लहर है शहर के विजय गेट पर शहर वासियों के तत्त्वावधान में स्वर्गीय देवकीनंदन पांडेय के निधन पर शोक सभा रखी गई। शोक सभा में भाजपा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सहित शहर के कई गणमान्य लोगों ने स्वर्गीय देवकीनंदन पांडेय के छायाचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष महीपत सिंह हाड़ा, छीतर लाल राणा, भीमराज श्रृंगी, पूर्व पालिका अध्यक्ष महावीर गोयल, राधेश्याम शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष महेंद्र शर्मा, जगदीश पारेता, द्वारका प्रसाद, सहित पांडेय के सहपाठियों ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला।इस दौरान शोक सभा में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। साथ ही महाकाल ग्रुप के सदस्यों ने उनके निधन पर गहरी संवेदना जताई।
आपातकाल में जेल गए थे देवकीनंदन पांडेय:- शहर वासियों के अनुसार स्वर्गीय देवकीनंदन पांडे आपातकाल के दौरान जेल गए थे वह जेल में भी सबका उत्साह बढ़ाते रहते थे। साथ ही पांडेय अपनी राजनीतिक शुरुआत से ही जन आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाते थे, वे कार सेवक भी रहे हैं।शिक्षक पद पर पदस्थापित पांडेय के ज्येष्ठ पुत्र अमर दीप शर्मा ने बताया कि कार्य को किस प्रकार लगन से करना चाहिए यह सीख हमें हमारे पिताजी से ही मिली है। पिताजी हमेशा किसी भी कार्य को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करते थे।
मौका देख बना दिया चैयरमैन:-
लाखेरी पालिका मे एक बार ऐसा अवसर आया जब भाजपा अल्पमत मे होते हुए भी अपना चैयरमेन बनाने मे सफल रही थी।पालिका मे बहुत कम पार्षद होने पर कोई भी भाजपा से चैयरमेन की दावेदारी करने से कतरा रहे थे।वहीँ काँग्रेस आपस मे गुटबाजी के चलते उम्मीदवार तय नही कर पा रही थी।इसी स्थिति को भांपते हुए पांडेय ने चुपके से भाजपा पार्षद मोडुलाल महावर का नामांकन दाखिल करवा दिया।काँग्रेस के पार्षद एन वक्त तक विवादो मे उलझे रहे ओर नामांकन दाखिल नही कर पाए इसके चलते महावर को निर्विरोध चैयरमेन घोषित करना पडा।