Minister Jhabar Singh Kharra inaugurated the ‘ReSutra’ textile recycling unit.
अजय सिंह (चिंटू)
जयपुर -स्मार्ट हलचल|राजधानी जयपुर में टेक्सटाइल कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए वीवॉयस लैब्स प्रा. लि. ने अपनी पहली टेक्सटाइल रीसाइक्लिंग यूनिट ‘रीसूत्र’ का शुभारंभ किया। नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने विधिवत रूप से यूनिट का लोकार्पण किया।इस अवसर पर मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि इस प्रकार की नवाचार आधारित पहलें न केवल शहरों को स्वच्छ बनाने में सहायक हैं, बल्कि पर्यावरण-सुरक्षित भविष्य की मजबूत नींव भी रखती हैं। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल कचरे के पुनर्चक्रण से सतत विकास (सस्टेनेबल डेवलपमेंट) के लक्ष्यों को मजबूती मिलेगी और नए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
वीवॉयस लैब्स प्रा. लि. के सीईओ अभिषेक गुप्ता ने बताया कि रीसूत्र का उद्देश्य कचरे को बोझ नहीं बल्कि अवसर के रूप में देखना है। यह यूनिट टेक्सटाइल अपशिष्ट को उपयोगी संसाधनों में बदलकर सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देगी।
वहीं कंपनी के सीटीओ अभिनव शेखर वशिष्ठा ने जानकारी दी कि रीसूत्र यूनिट आधुनिक तकनीक के माध्यम से कपड़ा अपशिष्ट को ट्रैक करने, प्रोसेस करने और उसे मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित करने में सक्षम है। यह यूनिट पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में भी अहम भूमिका निभाएगी।
कार्यक्रम में उद्योग जगत के प्रतिनिधि, पर्यावरण विशेषज्ञ एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।


