स्मार्ट हलचल|बून्दी शहर के कुछ नेकदिल अफ़राद ने डॉ. उमर के नेतृत्व में इंसानियत की खूबसूरत मिसाल पेश की है। आपसी तावुन (सहयोग) और मिलजुलकर की गई कोशिशों से इन लोगों ने एक वाहन ख़रीद कर उसे “आख़िरी सफ़र वाहन” में तब्दील किया है। यह वाहन जनाज़े को कब्रिस्तान तक पहुँचाने में सहूलियत प्रदान करेगा, ख़ास तौर पर उन इलाकों के लिए जो कब्रिस्तान से काफ़ी दूरी पर स्थित हैं।
इस आख़िरी सफ़र वाहन को अल मदीना मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी, बून्दी को शहर काज़ी अब्दुल शकूर कादरी साहब एवं नायब काज़ी इमरान कादरी साहब द्वारा हरी झंडी दिखाकर सुपुर्द किया गया।
इस मौके पर शहर काज़ी अब्दुल शकूर कादरी ने कहा कि यह कदम न सिर्फ़ इंसानियत की ख़िदमत है, बल्कि समाज में रहमदिली, आपसी तावुन और एकता की शानदार मिसाल भी है। मेरी दुआ है कि इस नेक काम में शामिल सभी लोगों को अल्लाह तआला खूब बरकत दे और ऐसे अमल जारी रखें। जहाँ भी मेरी ज़रूरत होगी, मैं हमेशा अपने समाज की खिदमत के लिए हाज़िर रहूंगा।
अल मदीना मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष वजीर खान ने बताया कि आख़िरी सफ़र वाहन का मकसद उन घरों की मदद करना है जो कब्रिस्तान से दूर इलाकों में रहते हैं। इस वाहन के ज़रिए जनाज़े को आसानी से क़ब्रिस्तान तक पहुँचाया जा सकेगा, जिससे मरहूम के घरवालों और रिश्तेदारों को बड़ी राहत और सहूलियत मिलेगी।
उन्होंने बताया कि यह वाहन स्थायी रूप से मदीना मस्जिद, बायपास रोड, बून्दी पर रहेगा और कोई भी ज़रूरतमंद व्यक्ति इसे उपयोग में ला सकेगा।
नायब काज़ी इमरान कादरी ने इस नेक पहल की सराहना करते हुए दुआ की , अल्लाह तआला इन सभी लोगों की नेक नियत, मेहनत और अमल को कबूल करे, उन्हें अज्र-ए-अज़ीम अता फ़रमाए, और इस वाहन को हमेशा इंसानियत की खिदमत का ज़रिया बनाए।
इस अवसर पर अल मदीना मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी
के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. जुनेद अख़्तर, सचिव इकबाल हुसैन, मदीना मस्जिद के इमाम मौलाना असगरुल कादरी, समाजसेवी गुड्डू कादरी, मौलाना असलम, राशिद सिद्दीकी सदर मस्जिद होशियारान , गयासुद्दीन अंसारी सदर मदरसा हनफिया, महफूज अली, महमूद अली सेवादल, अब्दुल हमीद, आमीन भाई, गफ्फार भाई आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन व समन्वय डॉ. उमर ने किया, उक्त जानकारी अल मदीना मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी के सचिव इकबाल हुसैन ने दी।


