SMARTHALCHAL NEWS
नगर परिषद सभापति पाठक पर पद का दुरुपयोग करने अवैध पट्टा बना कर करोड़ो चुना लगाने के मामले में बर्खास्तगी की मांग को लेकर भाजपा
पार्षद सिसोदिया ने मुख्यमंत्री शर्मा को लिखा पत्र
महेन्द्र नागौरी
भीलवाड़ा()स्मार्ट हलचल/नगर परिषद सभापति राकेश पाठक द्वारा पद का दुरुपयोग कर अवैध पट्टा बनाकर राजस्व नुकसान की भरपाई करने एवं बर्खास्त करने को लेकर
भाजपा पार्षद राजेश सिसोदिया ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सहित एसीबी जयपुर को पत्र लिखा है ।
प्रेषित पत्र में भाजपा पार्षद सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भीलवाड़ा की कृष्णा नगर आवासीय योजना का नगर परिषद सभापति राकेश पाठक ने पद का दुरुपयोग कर 69 ए के तहत अवैध पट्टा बनवाया जिसके पट्टा संख्या न०प०भी० PSKS-2021/रा.शा./12644, दिनांक 27 अप्रेल 2023 को जारी किया जिस पर तत्कालीन आयुक्त श्रीमती दुर्गा कुमारी के हस्ताक्षर है, जबकि श्रीमती दुर्गा कुमारी का ट्रांसफर भीलवाड़ा नगर परिषद आयुक्त पद से 28 फरवरी 2023 को ही हो गया था। एवं नए आयुक्त हेमाराम चौधरी ने 1 मार्च 2023, को पदभार ग्रहण कर लिया था। ऐसे में 27 अप्रैल 2023 को श्रीमती दुर्गा कुमारी के हस्ताक्षर किसने किये जो गंभीर जांच का विषय हैं।
सिसोदिया ने कहा कि जारी किए गए पट्टा पर पट्टा शुल्क ₹ 501 की रसीद संख्या, क्रम संख्या, का विवरण भी नहीं है जो पूर्णता गैर कानूनी है।
3-69 ए के तहत पट्टा जारी करने के मुख्य शर्त यह है कि वहां निवास एवं लाइट कनेक्शन होना चाहिए । जबकि वर्तमान में वहां कुछ भी नहीं है एक खाली भूखंड का आवासीय पट्टा जारी कर दिया। जो पूरी तरह से गैर कानूनी है,जारी किया गया पट्टा नगर परिषद भीलवाडा की आवासीय योजना में है। जिसमें नीलामी के द्वारा भूखंड नीलाम किए गए एवं किए जाने प्रस्तावित हैं।
उन्होंने कहा कि जारी किए गए भूखण्ड की साइज 49X89 है जिसकी वर्तमान में बाजार दर ₹4000 / प्रति स्क्वायर फीट हैं। जिसकी कीमत ₹1,70,00,000/- लगभग बनती हैं। सभापति पाठक एवं अधिकारियों के द्वारा भीलवाड़ा नगर परिषद को राजस्व का चुना लगया है।
सिसोदिया कहना है कि नगर परिषद भीलवाड़ा ने 27 अप्रैल 2023 पट्टा कान सिंह पुत्र देवी सिंह सांखला के नाम से जारी किया गया। एवं उक्त पट्टे का पहला पंजीयन 2 जून 2023 कराया, प्रथम पंजीयन एवं पट्टा जारी करने के दिनांक में भी काफी अंतर हैं जो भी एक भ्रष्टाचार को अंकित करता है। इसमे रोचक तथ्य यह है कि पट्टा धारक ने नगर परिषद द्वारा जारी किए गए पट्टा के पंजीयन से पूर्व ही विक्रय इकरार का उप पंजीयन कार्यालय में पंजीयन कर दिया जो भी गंभीर भ्रष्टाचार की और अंकित करता है।
उन्होंने कहा कि इतनी गंभीर कमियां भ्रष्टाचार की ओर अंकित करती है। इतनी कमियां होते हुए भी नगर परिषद भीलवाड़ा ने पट्टा जारी किया इससे साफ होता है कि इस मामले में ऊपर से लेकर नीचे तक सभी लिप्त हैं। चाहे वह कर्मचारी हो, अधिकारी हो, बाबू हो या नगर परिषद सभापति स्वयं पाठक ।
पार्षद सिसोदिया ने उक्त मामले की निष्पक्ष जांच करा दोषी अधिकारियों एवं पद के दुरुपयोग में सभापति पाठक को निलंबित की कार्यवाही करें। जिस के चलते भीलवाड़ा की आम जनता को राहत मिल सकेगी ।